चंडीगढ़, 19 नवंबर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को पंजाब में टोल प्लाजा पर किसानों के प्रदर्शन के कारण अब तक 150 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो चुका है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
राज्य में किसान तीन केंद्रीय कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, और वे एक अक्टूबर से टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसान टोल संग्रह अधिकारियों को यात्रियों से टोल शुल्क नहीं लेने दे रहे हैं। किसान दबाव बनाकर वाहनों को बिना टोल दिए जाने दे रहे हैं।
गौरतलब है कि पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 25 टोल प्लाजा हैं।
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी (चंडीगढ़) आर पी सिंह ने कहा, ‘‘पंजाब के सभी टोल प्लाजा से प्रतिदिन लगभग तीन करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।’’
उन्होंने कहा कि किसान करीब 50 दिनों से टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे हैं और इस तरह करीब 150 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
अधिकारी ने कहा कि एनएचएआई ने टोल प्लाजा पर किसानों के विरोध के मुद्दे पर पंजाब के मुख्य सचिव के साथ बातचीत की है।
उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा पर किसानों के प्रदर्शन के कारण राजस्व हानि के कारण राज्य में आगामी सड़क परियोजनाओं पर भी विपरीत असर पड़ सकता है।
पंजाब में किसान केंद्र द्वारा बनाए गए तीन कानूनों का विरोध कर रहे हैं, जिसके बारे में उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि इनसे न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को नुकसान पहुंच सकता है और उन्हें बड़े कॉरपोरेट की दया पर निर्भर रहना होगा।
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