दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने गुरुवार को रैनबैक्सी लेबोरेट्रिज के प्रोमोटर और फोर्टिस हेल्थकेयर के सहसंस्थापक शिविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने आम जनता के पैसे का अपनी कंपनियों में कथित निवेश करने के लिये कवि अरोड़ा, सुनील गोधवानी और अनिल सक्सेना को गिरफ्तार किया है।
इन सभी को रेलीगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। कंपनी ने इन सभी पर धांधली का आरोप लगाया है। रेलीगेयर ने करीब 740 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप लगाया है। रेलीगेयर ने एक शिकायत में आरोप लगाया है कि सिंह के कंपनी का निदेशक रहते हुए कर्ज लिया गया लेकिन कर्ज ली गई धनराशि का अन्य कंपनियों में निवेश कर दिया गया।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन रोधी कानून से जुड़े एक मामले में अगस्त में रैनबैक्सी समूह के पूर्व प्रवर्तकों मालविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह के परिसरों पर छापेमारी की थी। धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज होने के बाद यह छापे मारे गए थे।