लाइव न्यूज़ :

मूल्यांकन में देरी से एलआईसी के अगली तिमाही में आईपीओ पर संशय, पर सरकार को भरोसा

By भाषा | Updated: December 19, 2021 17:25 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 19 दिसंबर सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के मूल्यांकन में उम्मीद से ज्यादा वक्त लगने से इसका आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) चालू वित्त वर्ष में आने की संभावना कम ही दिख रही है।

आईपीओ लाने की तैयारियों से जुड़े एक मर्चेंट बैंकर के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस विशाल सार्वजनिक कंपनी के मूल्यांकन का काम अभी पूरा नहीं हुआ है और इसमें अभी कुछ और वक्त लग सकता है। मूल्यांकन का काम पूरा हो जाने के बाद भी निर्गम से संबंधित कई नियामकीय प्रक्रियाओं को पूरा करने में वक्त लगेगा।

सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की देखभाल करने वाले विभाग दीपम ने एलआईसी के मूल्यांकन का कार्य मिलिमैन एडवाइजर्स को सौंपा है।

इस बीच निवेश एवं परिसंपत्ति प्रबंध विभाग (दीपम) के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने भरोसा जताया कि एलआईसी का आईपीओ जनवरी-मार्च 2022 की तिमाही में ही लाया जाएगा। उन्होंने रविवार को अपने एक ट्वीट में कहा कि आईपीओ से जुड़ी प्रक्रियागत तैयारियां सही चल रही हैं।

इस सरकारी दावे के उलट मर्चेंट बैंकर के उस अधिकारी का कहना है कि आईपीओ लाने के पहले बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अनुमति लेनी होगी। इसके अलावा बीमा क्षेत्र की नियामक संस्था भारतीय बीमा नियमन एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) से भी अनुमति लेनी होगी। गौर करने वाली बात है कि आईआरडीएआई के प्रमुख का पद करीब सात महीने से खाली पड़ा है।

इस अधिकारी के मुताबिक, इस तरह की स्थिति में एलआईसी का आईपीओ वित्त वर्ष 2021-22 में ही आने की संभावना बहुत ही कम दिख रही है। वित्त वर्ष में अब सिर्फ तीन महीने ही बाकी हैं।

एलआईसी का मूल्यांकन अपने आप में बेहद जटिल प्रक्रिया है। इसकी वजह यह है कि एलआईसी का आकार बेहद बड़ा और इसकी उत्पाद संरचना भी मिली-जुली है। इसके पास रियल एस्टेट परिसंपत्तियां होने के अलावा कई अनुषंगी इकाइयां भी हैं।

एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मूल्यांकन का काम पूरा नहीं होने तक सार्वजनिक कंपनी की शेयर बिक्री का आकार भी नहीं तय किया जा सकता है।

सरकार चालू वित्त वर्ष में ही एलआईसी का आईपीओ लाने की कोशिश में लगी हुई है। दरअसल इस वित्त वर्ष के विनिवेश लक्ष्य 1.75 लाख करोड़ रुपये को हासिल करने में यह आईपीओ बहुत अहम भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा सरकार को बीपीसीएल की रणनीतिक बिक्री से भी बहुत उम्मीद है।

हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकार विनिवेश की दिशा में अच्छी तरह बढ़ रही है। उन्होंने कहा था कि नौकरशाही एवं विभिन्न विभागों की कमियों को दुरूस्त करने में समय लगता है, लेकिन सरकार इसे तेज करने की कोशिश कर रही है।

एलआईसी की सूचीबद्धता के लिए सरकार पहले ही एलआईसी अधिनियम में संशोधन कर चुकी है। नए प्रावधानों के तहत एलआईसी में सरकार के पास सूचीबद्धता के पहले पांच वर्षों में न्यूनतम 75 प्रतिशत हिस्सेदारी बनी रहेगी। लेकिन उसके बाद यह सीमा घटकर 51 प्रतिशत हो जाएगी।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटIND vs SA 5th T20I Score: 120 गेंद, 231 रन, 5 विकेट, 26 चौके और 10 छक्के, अहमदाबाद में हार्दिक पंड्या और तिलक वर्मा की 'बमबारी'

कारोबारविपक्ष फ्रस्ट्रेशन में हैं, कुछ भी बयान देते हैं, सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा-जनता ने कांग्रेस की नीतियों को पूरी तरह से नकार दिया

क्रिकेटIND vs SA, 5th T20I: 5 छक्के, 4 चौके, 16 गेंदों में 50, हार्दिक पांड्या ने किसी भारतीय द्वारा दूसरा सबसे तेज़ T20I अर्धशतक बनाया, देखें लिस्ट

क्रिकेटIND Vs SA 5th T20I: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ संजू सैमसन का शॉट घुटने पर लगने से अंपायर दर्द से कराहते हुए नीचे गिरा, वीडियो

भारतWeather Report 20 December: मौसम विभाग ने इन राज्यों में घने कोहरे के लिए रेड और येलो अलर्ट जारी किया

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारगृह मंत्री की डेड लाइन से पहले हमने खत्म कर दिया नक्सलवाद, नक्सलियों के पास थे पाकिस्तानी सेना जैसे हथियार?, सीएम मोहन यादव ने विधानसभा में रखे विचार

कारोबारस्वास्थ्य क्षेत्र में 42000 नई नौकरी, मुख्यमंत्री यादव ने विधान सभा पटल पर रखा पक्ष

कारोबार5 साल में हवाई अड्डों कारोबार में 01 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना, अदाणी एयरपोर्ट्स के निदेशक जीत अदाणी ने कहा-लाखों नौकरी की संभावना

कारोबारविधानसभा चुनाव में महिला को 10000 रुपये?,  मुफ़्त बिजली, महिलाओं को 2-2 लाख की मदद और लोकलुभावन वादों ने नीतीश सरकार की तोड़ी कमर?

कारोबार31 दिसंबर से पहले ये 4 काम कर लें पूरे, वरना नए साल में होगा भारी नुकसान