कोरोना वायरस से पूरे देश में लॉकडाउन और इससे अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे प्रभाव के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अहम घोषणा करते हुए सभी बैंकों के कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को घटाने का ऐलान किया। दास ने कहा कि अगले एक साल के लिए CRR में 100 बेसिस पॉइंट की कटौती करके 3 प्रतिशत तक करने का फैसला किया गया है। CRR घटने से बैंकों के पास ज्यादा नकदी रहेगी।
आरबीआई गवर्नर ने बताया कि सीआरआर में 1 प्रतिश्त की कटौती की गई है। मौद्रिक नीति समिति ने हालांकि अनिशचित आर्थिक माहौल को देखते हुए अगले साल के लिये आर्थिक वृद्धि, मुद्रास्फीति के बारे में अनुमान नहीं जताया। शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई की स्थिति पर कड़ी नजर है और नकदी बढ़ाने के लिये हर कदम उठाये जाएंगे।
साथ ही आरबीआई ने रेपो दर में भी कटौती का ऐलान किया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि रेपो रेट में 75 बेसिस पॉइंट घटाया गया है, यानी इसे 5.15 से घटाकर 4.45 किया गया है। वहीं, रिवर्स रेपो रेट में भी 90 बेसिस पॉइंट की कटौती करते हुए 4 प्रतिशत कर दिया गया है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि रेपो दर में कमी से कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक प्रभाव से निपटने में मदद मिलेगी। शक्तिकांत दास के अनुसार मौद्रिक नीति समिति के चार सदस्यों ने रेपो दर में कटौती के पक्ष में जबकि दो ने विरोध मे मतदान किया।
आरबीआई गवर्नर ने साथ ही भरोसा दिलाया कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम सेफ है। कुछ वजहों से लोगों को बैंक की सेफ्टी पर शंका हुई लेकिन किसी को भी चिंता करने की जरूरत नहीं है।