Closing Bell Sensex: शेयर बाजार में भूचाल, निवेशकों के 5.50 लाख करोड़ रुपये डूबे, बाजार पूंजीकरण 3,17,90,603.86 करोड़ पर आया, जानें सोने और चांदी का हाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 21, 2023 07:36 PM2023-09-21T19:36:29+5:302023-09-21T19:37:35+5:30
Closing Bell Sensex: स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 570.60 अंक का गोता लगा गया।
Closing Bell Sensex: वैश्विक बाजारों में गिरावट और विदेशी पूंजी की निकासी के बीच घरेलू शेयर बाजारों में तीन कारोबारी सत्रों के भीतर निवेशकों के 5.50 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ 66,230.24 अंक पर बंद हुआ। सोमवार से शुरू हुए गिरावट के इस दौर में अब तक सेंसेक्स 1,608.39 अंक यानी 2.37 प्रतिशत तक गिर चुका है।
चौतरफा गिरावट के इस दौर में बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,50,376.85 करोड़ रुपये गिरकर 3,17,90,603.86 करोड़ रुपये पर आ गया। इससे पहले सेंसेक्स ने लगातार 11 कारोबारी सत्रों में बढ़त दर्ज करते हुए अब तक का उच्चतम स्तर हासिल किया था। लेकिन इस सप्ताह इसमें गिरावट का रुख बना हुआ है।
सोने में 130 रुपये की गिरावट, चांदी स्थिर
विदेशी बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 130 रुपये की गिरावट के साथ 60,170 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 60,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
हालांकि, चांदी की कीमत 74,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर अपरिवर्तित बनी रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘बृहस्पतिवार को सोना कीमतों में गिरावट आई। विदेशी बाजारों में कमजोर रुख के बाद दिल्ली बाजार में सोने की हाजिर कीमतें (24 कैरेट) 130 रुपये की गिरावट के साथ 60,170 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही थीं।’’
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,926 डॉलर प्रति औंस रहा। वहीं चांदी की कीमत 23.19 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के जिंस शोध के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल दरों में एक और बढ़ोतरी के संकेत तथा वर्ष 2024 तक पहले की अपेक्षा सख्त मौद्रिक नीति का संकेत देने के बाद अमेरिकी डॉलर और बॉन्ड आय बढ़ने से सोने की कीमत में गिरावट आई है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.77 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 3,110.69 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच निवेशकों ने वाहन, बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की, जिससे बाजार नीचे आया।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के महंगाई को काबू में रखने के लिये इस साल नीतिगत दर में एक बार और वृद्धि के संकेत से वैश्विक बाजारों में गिरावट आई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख और लंबे समय तक उच्च ब्याज दर की स्थिति के संकेत से घरेलू बाजार में गिरावट आई।
यह स्थिति सुस्त पड़ती वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये सकारात्मक नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मूल्यांकन अधिक होने और प्रतिफल में नरमी को लेकर चिंता से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और मझोली तथा छोटी कंपनियों के शेयरों पर प्रतिकूल असर पड़ा। कच्चे तेल के दाम में तेजी और उत्पादक क्षेत्रों में बारिश कम होने से निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया है।’’