लाइव न्यूज़ :

मंत्रिमंडल ने पशुपालन, डेयरी योजनाओं को फिर से व्यवस्थित करने को मंजूरी दी

By भाषा | Updated: July 14, 2021 20:00 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 14 जुलाई सरकार ने बुधवार को पशुपालन और डेयरी विभाग की योजनाओं के विभिन्न घटकों को संशोधित और दुरुस्त करने तथा 54,618 करोड़ रुपये का निवेश जुटाने के लिये विशेष पशुधन पैकेज को मंजूरी दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) की बैठक में विशेष पशुधन क्षेत्र पैकेज के क्रियान्वयन को मंजूरी दी गयी।

आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘इस पैकेज के तहत केंद्र सरकार अगले पांच वर्षों के दौरान 54,618 करोड़ रुपये का कुल निवेश जुटाने के लिये 9,800 करोड़ रुपये की सहायता देगी.... इसमें राज्य सरकारों, राज्य सहकारिताओं, वित्तीय संस्थानों, बाहरी वित्तीय एजेंसियों और अन्य संबंधित पक्षों के निवेश शामिल हैं।’’

इसके तहत पशुधन क्षेत्र में विकास को प्रोत्साहन देने के लिये केंद्र सरकार की योजनाओं के कई घटकों को संशोधित किया गया और उन्हें दुरुस्त बनाया गया है। इसका मकसद पशुपालन क्षेत्र से जुड़े 10 करोड़ किसानों के लिये क्षेत्र को लाभकारी बनाना है।

संशोधन के तहत विभाग की सभी योजनाओं को तीन वृहद विकास योजनाओं की श्रेणी में शामिल किया जाएगा।

पहली श्रेणी, विकास कार्यक्रमों की होगी। इसमें राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम (एनपीडीडी), राष्ट्रीय पशुधन मिशन (एनएलएम) और पशुधन की गणना तथा एकीकृत नमूना सर्वेक्षण (एलसी-एंड-आईएसएस) शामिल हैं।

दूसरी श्रेणी रोग नियंत्रण कार्यक्रम की है जिसका नाम बदलकर पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण (एलएचडीसी) कार्यक्रम कर दिया गया है। इसमें मौजूदा पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण के साथ राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम शामिल किये गये हैं।

तीसरी श्रेणी बुनियादी ढांचा विकास कोष की है। इसमें पशुपालन अवसंरचना विकास निधि (एएचआईडीएफ) और डेयरी अवसंरचना विकास निधि (डीआईडीएफ) को मिला दिया गया है। डेयरी गतिविधियों में शामिल डेयरी सहकारिता और किसान उत्पादक संगठनों को भी इस तीसरी श्रेणी में शामिल कर लिया गया है, ताकि डेयरी सहकारिता को सहायता मिल सके।

योजना की समीक्षा के प्रभाव के बारे में सरकार ने कहा कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन से स्वदेशी प्रजातियों के विकास और संरक्षण को मदद मिलेगी। इससे गांव के गरीब लोगों की आर्थिक हालत में भी सुधार होगा।

राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम एनपीडीडी) का लक्ष्य दूध रखने के लिये थोक में लगभग 8,900 कूलर लगाने का है। इस कदम से आठ लाख से अधिक दुग्ध उत्पादकों को फायदा होगा और 20 लाख लीटर प्रतिदिन दूध अतिरिक्त खरीद संभव होगी।

एनपीडीडी के अंतर्गत जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जीआईसीए) से वित्तीय सहायता प्राप्त होगी, जिससे 4,500 गांवों में नये बुनियादी ढांचा का निर्माण होगा और गांव शक्ति-सम्पन्न होंगे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारसवाल है कि साइबर हमला किया किसने था ?

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

क्राइम अलर्टNanded Honor Killing: प्रेम संबंध के चलते दलित युवक की हत्या के आरोप में 1 और आरोपी गिरफ्तार, पीड़ित परिवार को दी गई सुरक्षा

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: कच्चे तेल के दामों में उतार-चढ़ाव, जानें ईंधन पर इसका क्या असर; प्राइस लिस्ट यहां

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

कारोबारRBI Monetary Policy: 25 बेसिस पॉइन्ट की कटौती, लोन में सुविधा; जानें आरबीआई की MPC बैठक की मुख्य बातें

कारोबारShare Market Today: RBI के ब्याज दर कटौती से शेयर बाजार में तेजी, घरेलू शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: टंकी फूल कराने से पहले यहां चेक करें तेल के लेटेस्ट दाम, जानें कहां मिल रहा सस्ता ईंधन