नयी दिल्ली 27 मई सार्वजनिक कारोबार कंपनी हेस्टर बायोसइंसेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोवैक्सिन के निर्माण में इस्तेमाल किये जाने वाले मूल पदार्थ के उत्पादन के लिए वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक और गुजरात कोविड वैक्सीन कंसोर्टियम (जीसीवीसी) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
हेस्टर बायोसइंसेस ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जीसीवीसी में गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र (जीआरबीसी), हेस्टर बायोसइंसेस और ओमनीब्रिक्स बायोटेक्नोलॉजीस प्रा. लि. शामिल हैं।
उसने कहा कि समझौते के तहत भारत बायोटेक कोवाक्सिन में निर्माण में इस्तेमाल किये जाने वास्तविक पदार्थ की तकनीक साझा करेगी। जीआरबीसी एक सलाहकार और संरक्षक के रूप में कार्य करेगा तथा भारत बायोटेक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करेगा।
उसने कहा कि हेस्टर दवा पदार्थ के निर्माण के लिए गुजरात के अपने संयंत्र में संपूर्ण आधारभूत संरचना प्रदान करेगी जबकि ओमनीब्रक्स एक प्रौद्योगिकी सहायता भागीदार के रूप में कार्य करेगी।
उसने कहा, ‘‘अगर सब निर्धारित समय पर होता रहा तो वैक्सीन में इस्तेमाल किये जाने वाला पदार्थ अगस्त 2021 से उपलब्ध होगा और उसे कोवैक्सिन के उत्पादन के लिए भारत बायोटेक को वापस दिया जायेगा।
हेस्टेर ने कहा कि उसने इस परियोजना के लिए 40 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया है।
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