ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग प्लेटफॉर्मः युवराज, रैना, उथप्पा, धवन, सूद, चक्रवर्ती, अंकुश हाजरा और उर्वशी रौतेला से पूछ्ताछ, अवैध संपति पर जल्द डंडा!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 30, 2025 13:40 IST2025-09-30T13:38:03+5:302025-09-30T13:40:02+5:30
Online betting and gaming platforms:केंद्र सरकार ने हाल में कानून बनाया जिसके तहत भारत में वास्तविक धन वाले ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

Urvashi
नई दिल्लीः अभिनेत्री और मॉडल उर्वशी रौतेला मंगलवार को ‘1एक्स बीईटी’ नामक एक ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी। उर्वशी रौतेला (31) इस प्लेटफॉर्म की भारत में एंबेसडर है, जो कैरेबियाई द्वीप कुराकाओ में पंजीकृत है। सूत्रों ने बताया कि संघीय जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत उसका बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ सप्ताह में ईडी ने इस जांच के तहत युवराज सिंह, सुरेश रैना, रॉबिन उथप्पा और शिखर धवन जैसे क्रिकेटरों के अलावा अभिनेता सोनू सूद, मिमी चक्रवर्ती (पूर्व टीएमसी सांसद) और अंकुश हाजरा (बंगाली सिनेमा कलाकार) से भी पूछताछ की है।
कुछ चर्चित सोशल मीडिया हस्तियों से भी पूछताछ की गई है। एजेंसी द्वारा धन शोधन निरोधक कानून के तहत कुछ खिलाड़ियों और अभिनेताओं की करोड़ों रुपये की संपत्ति भी जब्त किये जाने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि पोर्टल 1एक्सबीईटी से जुड़े मामले की जांच में पाया गया कि इनमें से कुछ हस्तियों ने उन्हें दिए गए विज्ञापन शुल्क का इस्तेमाल कई तरह की संपत्तियां हासिल करने में किया।
ये संपत्तियां धन शोधन विरोधी कानून के तहत "अपराध की आय" के रूप में दर्ज की गईं। कुराकाओ में पंजीकृत 1एक्सबीईटी के अनुसार, यह सट्टेबाजी उद्योग में 18 वर्षों का अनुभव रखने वाला एक विश्व स्तरीय सट्टेबाजी मंच है। कंपनी की वेबसाइट और ऐप 70 भाषाओं में उपलब्ध होने के कारण, ग्राहक हजारों खेल आयोजनों पर दांव लगा सकते हैं, जैसा कि इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी में बताया गया है।
केंद्र सरकार ने हाल में कानून बनाया जिसके तहत भारत में वास्तविक धन वाले ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सरकारी प्रतिबंध से पहले बाजार विश्लेषण फर्मों और जांच एजेंसियों द्वारा किए गए अनुमानों के अनुसार, ऐसे विभिन्न ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के लगभग 22 करोड़ भारतीय उपयोगकर्ता हैं। इनमें से आधे नियमित उपयोगकर्ता हैं।