स्वरा भास्कर एक्टिंग के अलावा कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय देने के लिए जानी जाती हैं। इसके लिए कई बार उन्हें ट्रोलिंग का शिकार भी होना पड़ता है। एक इंटरव्यू में स्वरा ने कहा कि अपने मन की बात कहने के कारण उन्हें कई प्रोजेक्ट्स से हाथ धोना पड़ा है। स्वरा भास्कर का नाम ऐसी एक्ट्रेस में गिना जाता है जो रियलस्टीक फिल्मों के लिए जानी जाती हैं।
स्वरा ने कहा, ''मैं किसी भी प्रभाव के कारण अपनी बात नहीं कहती। मुझे ये बातें कहने के लिए भुगतान नहीं किया जाता है। मैं ये बातें इसलिए कहती हूं क्योंकि मैं वास्तव में इसमें विश्वास करती हूं। यही कारण है कि मैं इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार हूं।'' सुशांत केस हो या सीएए-एनआरसी जैसा मुद्दे, एक्ट्रेस स्वरा भास्कर हर मसले पर अपनी राय बेबाक अंदाज से रखती हैं।
नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर गईं थी स्वरा
स्वरा ने इस साल की शुरुआत में नागरिकता संशोधन अधिनियम और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स के खिलाफ असंतोष व्यक्त किया था। इसके विरोध में वह सड़कों पर उतर गईं थी। एक्ट्रेस ने यह भी कहा कि वह जो स्टैंड लेती हैं, उसके लिए खुद को एक कार्यकर्ता के रूप में नहीं, बल्कि एक अभिनेत्री के रूप में देखती हैं।
राजनीति में जगह बनाने की कोशिश नहीं
स्वरा ने उन अटकलों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि वह राजनीति में जगह बनाने की कोशिश कर रही हैं। इस बारे में बात करते हुए स्वरा ने कहा कि वह बस बिना किसी एजेंडे के अपनी राय व्यक्त करती हैं।