एक अच्छी फिल्म या वेब सीरीज तभी सफल हो पाती है, जब कंटेंट के साथ-साथ लीड कलाकारों की परफॉर्मेंस भी दमदार हो। इन दोनों में से किसी एक की कमी अच्छी खासी स्क्रिप्ट का सत्यानाश कर सकती है। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में रिलीज हुई गुंजन सक्सेना- द कारगिल गर्ल है। जहां जान्हवीं कपूर को छोड़ बाकी सभी सपोर्टिंग कलाकारों ने जबरदस्त काम किया था।
ऐसी ही एक और कहानी आपके सामने पेश है जिसमें कहानी तो दमदार है, लेकिन वेब सीरीज की लीड एक्ट्रेस ने अपने काम के साथ न्याय नहीं किया। अपने अभिनय से लोगों का दिल जीतने वाली स्वरा भास्कर फ्लैश में ऑफिसर राधा के रोल के साथ बिल्कुल न्याय नहीं कर पाई हैं। पूरे सीरीज के दौरान उन्हें देखकर कभी ऐसा नहीं लगता कि वह एक पुलिस ऑफिसर हैं।
लेडी पुलिस ऑफिसर के रोल में नहीं जमी स्वरा भास्कर
लेडी पुलिस ऑफिसर पर इससे पहले भी कई फिल्में आ चुकी हैं। जिसमें रानी मुखर्जी की मर्दानी को भला कौन भूल सकता है। लेकिन यहां स्वरा भास्कर न तो डॉयलोग डिलेवरी ठीक से कर पा रही हैं और न ही उनके चेहरे का एक्सप्रेशन ऐसा है जिससे लगे कि वह एक सीरियस पुलिस ऑफिसर हैं। बिना वजह हर दूसरे सीन में गाली-गलौज और एडल्ट सीन वेब सीरीज को और कमजोर करने का काम करती हैं।
मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति के धंधे जैसे गंभीर मुद्दों का बना मजाक
मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति के धंधे जैसे गंभीर मुद्दों पर इस वेब सीरीज की कहानी और स्क्रीन प्लेन अच्छी है। लेकिन स्वरा भास्कर और अक्षय ओबेराय की ओवर एक्टिंग ने इन मुद्दों का मजाक सा बना डाला है। मुंबई की एसीपी राधा नौटियाल के रूप में स्वरा के पास अपने दम पर वेब सीरीज बेहतर बना खुद को साबित करने का मौका था। लेकिन वह ऐसा करने से पूरी तरह से चूक गई हैं।