लॉकडाउन के दौरान लोगों के लिए मसीहा बने सोनू सूद अब भी अपने घर जाने के इच्छुक लोगों को उनके घर भेजने का काम रहे हैं। इसके अलावा वह जरूरतमंदों की हर तरह से मदद कर रहे हैं। मजबूर प्रवासी मजदूरों की मदद से शुरू हुआ उनका सफर अब इतना व्यापक रूप ले चुका है। सोनू देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में फंसे हुए या मजबूर लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं।
सोनू को रोजाना बड़ी संख्या में मदद के लिए मैसेज मिलते हैं। सोनू ने पहली बार गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए इस बात का खुलासा किया कि उन्हें रोज 32 हजार मैसेज मिलते हैं। सोनू के ट्वीट के अनुसार, 1137 मेल, 19000 फेसबुक मैसेज, 4812 इंस्टा मैसेज और 6741 ट्विटर मैसेज। ये आज के हेल्प मैसेज हैं। एवरेज आंकडे़ देखे तो करीब इतनी रिक्वेस्ट मुझे रोज मदद के लिए मिलती हैं।
लोगों की मदद करने की पूरी कोशिश करते हैं सोनू सूद
एक इंसान होने के तौर पर ये असंभव है कि आप इनमें हर किसी तक पहुंच पाएं। लेकिन फिर भी मैं अपनी पूरी कोशिश करता हूं। अगर मुझसे आपका मैसेज छूट गया है तो क्षमाप्रार्थी हूं।'' बता दें कि सोनू सूद ने लॉकडाउन के दौरान बेहिसाब प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया था। इस पर वह एक किताब भी लिख रहे हैं जो कि जल्द ही प्रकाशित की जाएगी।
लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं सोनू सूद
सोनू सूद इन दिनों जितना संभव हो सके लोगों की सहायता करने का प्रयास कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण लोगों की जिंदगी पहले से काफी बदल गई है। प्रवासी मजदूरों के अलावा भी कई जिंदगियों पर लॉकडाउन ने अपना गहरा असर छोड़ा है। अब तक हजारों मजदूरों और छात्रों को उनके घर भेजने वाले सोनू सूद को अक्सर लोग अपनी परेशानी बताते रहते हैं। (ब्यूरो इनपुट के साथ)