सिद्धार्थ ने लद्दाख से शेयर की फिल्म स्क्रीनिंग कि फोटोज, कियारा बोली मेरा दिल तो लद्दाख में है
By वैशाली कुमारी | Published: September 25, 2021 04:00 PM2021-09-25T16:00:11+5:302021-09-25T16:09:38+5:30
कियारा ने इंस्टाग्राम पर सिद्धार्थ की लद्दाख यात्रा पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, 'शारीरिक तौर पर मुंबई में हूं लेकिन मेरा दिल लद्दाख में है।
सिद्धार्थ मल्होत्रा के पैर आजकल आसमान में है, फिल्म शेरशाह की जबरदस्त सफलता के बाद उनकी फैन फॉलोइंग तो बढ़ी ही है लेकिन इसके बावजूद जो एक चीज उन्हें मिली उसको पैसों से नहीं तौला जा सकता।
हर हीरो की एक ख्वाहिश होती है कि उसे उसके काम से जाना जाए, एक एक्टर वो होते हैं जो बॉलीवुड या किसी भी इंडस्ट्री में कई सालों से जानते हैं, फिर भी उन्हें कोई नहीं जानता। पहचान बनती भी है तो केवल इस आधार पर कि वे इतने सालों से इंडस्ट्री में है।
सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी अपनी हालिया रिलीज शेरशाह की सफलता से काफी खुश हैं। सिद्धार्थ मल्होत्रा ने वास्तविक जीवन के नायक कैप्टन विक्रम बत्रा की भूमिका निभाई, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध के दौरान अपने पराक्रम से दुश्मनों को धूल चटाई। विक्रम बत्रा ने जहां एक तरफ दुश्मनों को नाको चने चबवा दिए तो वहीं देश के लिए अपनी शहादत से सबका सीना चौड़ा कर दिया।
कियारा को डिंपल चीमा के रूप में उनके प्रदर्शन के लिए भी प्रशंसा मिली। सिद्धार्थ हाल ही में शेरशाह की विशेष स्क्रीनिंग के साथ पहली बार हिमालयन फिल्म महोत्सव का उद्घाटन करने के लिए लद्दाख गए थे। विष्णु वर्धन द्वारा निर्देशित और करण जौहर द्वारा निर्मित, शेरशाह ने कई अरार्ड जीते हैं।
कियारा ने इंस्टाग्राम पर सिद्धार्थ की लद्दाख यात्रा पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, 'शारीरिक तौर पर मुंबई में हूं लेकिन मेरा दिल लद्दाख में है। मेरे लिए लेह हमेशा खाश रहेगा क्योंकि मैंने इस खूबसूरत शहर में अपनी पहली फिल्म के लिए अपना पहला शॉट दिया था। हमारी फिल्म शेरशाह को पहले हिमालयन फिल्म समारोह में सम्मानित होते हुए देखना बहुत ही गर्व का क्षण है।
सिद्धार्थ ने भी इंस्टाग्राम पर फिल्म की स्क्रीनिंग से कुछ तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने कैप्शन में लिखा, "आज 'शेरशाह' के साथ पहले हिमालयन फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन किया। हमारे माननीय केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री, श्री अनुराग ठाकुर के साथ मंच साझा करना एक पूर्ण सम्मान की बात थी।