Sye Raa Narsimha Reddy Box Office Collection Day 1: नहीं चला पाई अपना जादू 'सई रा नरसिम्हा रेड्डी', पहले दिन कमाए महज इतने करोड़ रुपये
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: October 3, 2019 15:39 IST2019-10-03T15:39:15+5:302019-10-03T15:39:44+5:30
सई रा नरसिम्हा रेड्डी के पहले दिन की कमाई पेश कर दी गई है। फिल्म ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ की फिल्म वॉर के साथ रिलीज की गई थी।

Sye Raa Narsimha Reddy Box Office Collection Day 1: नहीं चला पाई अपना जादू 'सई रा नरसिम्हा रेड्डी', पहले दिन कमाए महज इतने करोड़ रुपये
चिरंजीवी और अमिताभ बच्चन स्टारर सई रा नरसिम्हा रेड्डी 2 अक्टूबर यानि गांधी जयंती के मौके पर रिलीज हो गई है। फिल्म ऋतिक रोशन और टाइग श्रॉफ की फिल्म वॉर के साथ पर्दे पर रिलीज हुई है। फिल्म को रिव्यूज काफी अच्छे मिले हैं। ये फिल्म एक तेलुगू एक्शन ड्रामा फिल्म है। इसको हिंदी में भी रिलीज किया गया है। फिल्म की पहले दिन की कमाई पेश कर दी गई है।
सई रा नरसिम्हा रेड्डी के हिंदी वर्जन ने पहले दिन 2.60 करोड़ की कमाई की है। सई रा नरसिम्हा रेड्डी सिर्फ 1200 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है। ऐसे में फिल्म की कमाई को ठीक ठाक माना जा रहा है।
#SyeRaaNarasimhaReddy - released on 1200 screens in #Hindi version - puts up a decent number on Day 1, despite #War juggernaut... Wed ₹ 2.60 cr Nett BOC... #SyeRaa has opened to exceptional numbers in South versions. #India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) October 3, 2019
फिल्म की कहानी
1857 में आजादी की पहली लड़ाई हुई थी। उससे करीब 10 साल पहले नरसिंहा रेड्डी (चिरंजीवी) पहली बार अंग्रेजों के खिलाफ अपनी आवाज बेवाक तरीके से उठाते हैं। उनके गुरुजी(अमिताभ बच्चन) उनको इसके लिए युद्ध के सभी गुण सिखाते हैं। नरसिम्हाअंग्रेंजों के खिलाफ खुली बगाबत पर उतर आते हैं। साथ ही इनमे उन्हे दूसरे पालेगर अवकु राजू (सुदीप), जगपति (वीरा रेड्डी), पापा खान (मुकेश ऋषि) का साथ मिलता है।
लेकिन अंग्रेज भी शांत नहीं रहते हैं वह नरसिम्हा को मारने के लिए पालेगरों को किसी तरह से अपनी तरफ कर लेते हैं। लेकिन नरसिम्हा 300 अंग्रेंजो का खात्मा 40 गांव वालों की मदद से कर देता है। और पालेगर और नरसिम्हा फिर मिल जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ सिम्हा की प्रेमिका लक्ष्मी (तमन्ना) अपनी कला से युद्ध का संदेश हर जगह फैलाती हैं। जिस कारण नरसिम्हा का नाम पूरे देश मे गूँजता है। तेलुगू राजा पांडी (विजय सेतुपति) भी नरसिम्हा रेड्डी को आकार मिलते हैं।
धीरे धीरे पूरे देश में आजादी की आग जलने लगती है। बौखलाए अंग्रेज नरसिम्हा के खिलाफ पूरी ताकत अपनी झोंकने लगते हैं। इसके बाद नरसिम्हा के सामने कई बड़ी चुनौतियां खड़ी होती हैं। क्या अंग्रेज नरसिम्हा को मार देते हैं या फिर नरसिम्हा अंग्रेंजो को पस्त कर देते हैं ये सब जानने के लिए फिल्म थिएटर में देखनी होगी।