मशहूर डांस डायरेक्टर सरोज खान ने कास्टिंग काउच (काम के बदले यौन संबंध बनाने) पर विवादित बयान दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सरोज खान ने कहा, "ये चला आ रहा है, बाबा आजम के जमाने से। हर लड़की के ऊपर कोई न कोई हाथ साफ करने की कोशिश करता है। गवर्मेंट के लोग भी करते हैं। तुम फिल्म इंडस्ट्री के पीछे क्यों पड़े हो? वो कम से कम रोटी तो देती है। रेप करके छोड़ तो नहीं देती।" सरोज खान ने आगे कहा, "ये लड़की के ऊपर है कि तुम क्या करना चाहती हो। तुम उसके हाथ में नहीं आना चाहती तो नहीं आओगी। तुम्हारे पास आर्ट है तो तुम क्यों बेचोगी अपने आप को? फिल्म इंडस्ट्री को कुछ मत कहना, वो हमारा माई-बाप है। "
सरोज खान ने 1983 में तमिल फिल्म थाई वीडू से डेब्यू किया था। उनकी पहली हिन्दी फिल्म हीरो (1983) थी। उसके बाद नगीना (1986), मिस्टर इंडिया (1987), तेजाब (1988), चांदनी (1989), बेटा (1992), डर 91993), बाजीगर (1993), अंजाम (1994), मोहरा (1994), ताल (1999), देवदास (2002), जब वी मेट (2007), राउडी राठौर (2012) और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स (2015) जैसी हिट फिल्मों में डांस डायरेक्शन किया है। सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 को हुआ था। उनका मूल नाम निर्मला नागपाल था। उन्होंने शादी से पहले इस्लाम अपना लिया और सरोज खान नाम रखा।
फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच का मुद्दा कई बार उठ चुका है। हाल ही में तमिलनाडु की हिरोइन श्रीरेड्डी ने मीडिया के सामने अर्धनग्न होकर इस मुद्दे को दोबारा सतह पर ला दिया। श्रीरेड्डी द्वारा कपड़े उतारने की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं। श्रीरेड्डी ने राना दग्गुबाती के भाई पर सरकारी स्टूडियो में सेक्स करने का आरोप लगाया था। वहीं एक अन्य तमिल हिरोइन ने श्रीरेड्डी पर ही सेक्स के बदले काम हासिल करने का आरोप लगा दिया था।