सलमान खान के फेवरेट म्यूजिक डायरेक्टर वाजिद खान का 42 साल की उम्र में निधन हो गया। वाजिद को मुंबई के चेम्बूर स्थित अस्पताल में किडनी की गंभीर समस्या के चलते भर्ती कराया गया था। वाजिद वेंटिलेटर पर थे, 31 मई की दोपहर वाजिद की तबीयत बेहद बिगड़ गई थी। वाजिद, पिछले कई सालों से किडनी के अलावा हार्ट की समस्या से भी जूझ रहे थे।
अब मशहूर संगीतकार वाजिद खान भी इस दुनिया को छोड़कर चले गए हैं। वाजिद की खबर ने पूरे बॉलीवुड को हिलाकर रख दिया है। किसी को उनके अचानक जाने पर विश्वास नहीं हो रहा है। बॉलीवुड सितारे वाजिद खान को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
साजिद-वाजिद की जोड़ी में वाजिद गाते भी थे। एक दौर तो ऐसा भी रहा जब वो सलमान खान की आवाज बन गए थे। दरअसल, एक समय में सलमान खान की फिल्में तेजी से फ्लॉप हो रही थीं। वाजिद ने 'वांटेड' फिल्म का गाना 'मेरा ही जलवा' ऐसा आया कि अगले 10 सालों के लिए सलमान खान की जिंदगी का लाइन बन गया।
वाजिद ने अपने भाई साजिद के साथ मिलकर कई फिल्मों में संगीत दिया है। दोनों भाईयों की जोड़ी बॉलीवुड में साजिद-वाजिद के नाम से जानी जाती रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कोरोना की वजह से वाजिद खान की मौत हुई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया है कि किडनी की बीमारी के चलते वाजिद खान की मौत हुई है।
साजिद-वाजिद ने सबसे पहले 1998 में सलमान खान की फिल्म 'प्यार किया तो डरना क्या' के लिए संगीत दिया। 1999 में, उन्होंने सोनू निगम की एल्बम 'दीवाना' के लिए संगीत दिया, जिसमें "दीवाना तेरा", "अब मुझसे रात दिन" और "इस कदर प्यार है" जैसे गाने शामिल थे। उसी साल उन्होंने फिल्म हैलो ब्रदर के लिए संगीत निर्देशकों के रूप में काम किया और 'हटा सावन की घाटा', 'चुपके से कोई और' और 'हैलो ब्रदर' जैसे गाने लिखे।