मेरे बेटे की आवाज रुक रही थी, उसने कहा- पापा हमें यहां से निकालो: आर्यन के सह-आरोपी अरबाज मर्चेंट के पिता
By अनिल शर्मा | Published: October 21, 2021 02:56 PM2021-10-21T14:56:57+5:302021-10-21T15:20:24+5:30
बकौल अरबाज मर्चेंट के पिता असलम- 'मैं वास्तव में नहीं जानता कि मेरा बेटा कैसा है और मुझे नहीं पता कि जेल के अंदर क्या हो रहा है। मुझे यह भी नहीं पता कि उसके बैरक में कौन और किस तरह के लोग उसके आसपास रहते हैं।
मुंबईः आर्यन खान ड्रग्स पार्टी मामले में सह-आरोपी अरबाज मर्चेंट के पिता ने बेटे की गिरफ्तारी की वजह से काफी परेशान हैं। बीते दिनों आर्यन के साथ अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा को मुंबई की सत्र अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया। इस बीच अरबाज के पिता ने जेल में अपने बेटे की सेहत को लेकर चिंता जाहिर की है।
ईटाइम्स से इस बारे में बात करते हुए, अरबाज के पिता असलम ने कहा, मैं सुनवाई के बाद अरबाज से बात करना चाहता था और उससे बात करने का मौका पाने की कोशिश कर रहा था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अरबाज के पिता ने कहा कि मैं अपना फोन नंबर दर्ज करने के लिए घर के पास स्थित खार पुलिस स्टेशन भी गया था, ताकि उससे बात करने का मौका मिले।
वीडियो कॉल के दौरान सिर्फ तीन मिनट हो पाई थी
बेटे की सुरक्षा की चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, जैसा कि अखबारों में लिखा गया था कि उसे जेल के जनरल बैरक में स्थानांतरित कर दिया गया है। अरबाज के पिता ने बताया कि बेटे से उनकी आखिरी बार बात एक वीडियो कॉल के दौरान सिर्फ तीन मिनट हो पाई थी। बेटा काफी डरा हुआ था। उसने कहा था कि वह दोषी नहीं है।
मैं उसके चेहरे पर डर देख सकता था
बकौल अरबाज मर्चेंट के पिता असलम- 'मैं वास्तव में नहीं जानता कि मेरा बेटा कैसा है और मुझे नहीं पता कि जेल के अंदर क्या हो रहा है। मुझे यह भी नहीं पता कि उसके बैरक में कौन और किस तरह के लोग उसके आसपास रहते हैं। जब मुझे पिछले हफ्ते वीडियो कॉल पर बात करने का मौका मिला, तो सिर्फ तीन मिनट ही बात हुई। मैं उनके चेहरे पर डर देख सकता था। जब उसने मुझसे विनती की, पप्पा हमें यहाँ से निकालो, मैं निर्दोष हूं तो मुझे उसकी आवाज में घुटन महसूस हो रही थी। उसकी दबी आवाज और डर ने मुझे डरा दिया है और मैं अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं।'
मैं अपने बेटे को ऐसी हालत में नहीं देख सकता
बातचीत में असलम ने आगे बताया कि मैं अपने बेटे को ऐसी हालत में नहीं देख सकता। एजेंसी के सहयोग से उन्हें जमानत मिल सकती थी। इतनी नाजुक उम्र के लड़कों के साथ इस तरह व्यवहार करना अनुचित है। और हमारे देश के भविष्य का क्या होगा? केवल इन दो बच्चों को लक्षित करना अनुचित था, जब उनमें से कुछ को बिना जांच के जाने दिया गया था। हम नहीं जानते कि वे जेल में किस तरह के लोगों से मिल रहे हैं और उनके भविष्य का क्या होगा? यह अरबाज के करियर के बारे में नहीं है बल्कि यह मेरे बेटे की छवि और चरित्र के बारे में है, जिसे इस मामले से खराब किया गया है।