कैंसर से जंग के दौरान करीबी दोस्तों ने छोड़ा साथ, बिल्कुल अकेली हो गई थीं मनीषा कोइराला, खुद बताई कहानी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: May 12, 2024 13:37 IST2024-05-12T13:35:34+5:302024-05-12T13:37:08+5:30
मनीषा ने पारिवारित रिश्तों पर भी खुल कर बात की। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता, मेरा भाई और मेरे भाई की पत्नी की पत्नी ही थे जो मुश्किल समय में साथ थे। मनीषा ने यह भी खुलासा किया कि आर्थिक रूप से संपन्न होने के बावजूद, कैंसर से संघर्ष के दौरान उनका विस्तारित परिवार उनसे मिलने नहीं आया।

मनीषा कोइराला ने 1991 में फिल्म 'सौदागर' से एक्टिंग डेब्यू किया था
नई दिल्ली: हाल ही में नेटफ्लिक्स की सीरीज 'हीरामंडी' में नजर आईं मनीषा कोइराला ने एक साक्षात्कार में बताया कि कैंसर से उनकी लड़ाई ने उनके रिश्तों के बारे में गहरा अहसास कराया। अभिनेत्री ने खुलासा किया कि उनकी बीमारी के दौरान, जिन दोस्तों पर वह कभी भरोसा करती थीं, उन्होंने उन्हें छोड़ दिया। मनीषा कोइराला ने बताया कि चुनौतीपूर्ण समय में उनका साथ देने के लिए केवल उनका निकटतम परिवार ही बचा। मनीषा ने यह भी खुलासा किया कि आर्थिक रूप से संपन्न होने के बावजूद, कैंसर से संघर्ष के दौरान उनका विस्तारित परिवार उनसे मिलने नहीं आया।
एनडीटीवी से बातचीत के दौरान, मनीषा ने बताया कि कैसे इस कठिन परीक्षा ने दोस्तों और परिवार के साथ उनके रिश्तों को बदल दिया है। मनीषा कोइराला ने कहा, ''यह एक यात्रा रही है। यह एक सीखने वाला अनुभव भी रहा है। मुझे सच में विश्वास था कि मेरे कई दोस्त हैं। मैंने सोचा कि एक साथ पार्टी करने, एक साथ यात्रा करने, एक साथ मौज-मस्ती करने वाले लोग मेरे दर्द में मेरे साथ बैठेंगे। लेकिन ऐसा नहीं था। मैंने खुद को बहुत अकेला पाया और मुझे एहसास हुआ कि केवल मेरा निकटतम परिवार ही मेरे आसपास था।''
बातचीत के दौरान मनीषा ने पारिवारित रिश्तों पर भी खुल कर बात की। उन्होंने कहा कि मेरे पास एक विशाल कोइराला खानदान भी है। मेरा एक बड़ा परिवार है, और हर कोई समृद्ध है, वे सभी इसे वहन कर सकते हैं। लेकिन जरूरत के समय कोई नहीं था। मेरे माता-पिता, मेरा भाई और मेरे भाई की पत्नी की पत्नी ही थे जो मुश्किल समय में साथ थे। मनीषा ने कहा कि मुझे एहसास हुआ कि जब हर कोई मुझे छोड़ देगा, तो यही वे लोग हैं जो मेरे साथ होंगे। मेरी प्राथमिकता मेरा निकटतम परिवार है, चाहे कुछ भी हो। वे मेरे जीवन में पहले आते हैं, बाकी सब बाद में।
बता दें कि मनीषा कैंसर जैसी बीमारी से जूझ चुकी हैं। 2012 में उन्हें कैंसर का पता चला। मनीषा ने न्यूयॉर्क में इलाज कराया। उन्होंने उल्लेख किया कि बीमारी उनके काम की गति और मनोदशा को प्रभावित कर रही है। कोइराला हाल ही में संजय लीला भंसाली की नेटफ्लिक्स श्रृंखला 'हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार' में दिखीं। हीरामंडी 1940 के दशक में स्वतंत्रता-पूर्व युग की पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह वेश्याओं और नवाबों के लेंस के माध्यम से एक प्रमुख रेड-लाइट एरिया की सांस्कृतिक वास्तविकता की पड़ताल करती है। सीरीज में मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, ऋचा चड्ढा, संजीदा शेख और शर्मिन सहगल सहित कई स्टार कलाकार शामिल हैं।
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