अजान विवाद के बाद ट्विटर पर छलका जावेद अख्तर का दर्द, लिखा-मैं एक समान अवसरवादी नास्तिक हूं...
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 13, 2020 05:14 PM2020-06-13T17:14:46+5:302020-06-13T17:14:46+5:30
जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने अपने एक ट्वीट में लिखा था, 'करीब 50 साल तक लाउडस्पीकर पर अजान (Azan On Loudspeaker) देना हराम रहा, लेकिन अब जब हलाल हुई है तो खत्म ही नहीं हो रही
बॉलीवुड के मशहूर गीतकार और प्रख्यात शायर जावेद अख्तर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। जावेद हर एक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखते हैं। जिस कारण से वह फैंस के बीच छाए रहते हैं। अब जावेद ने हाल ही में एक ट्वीट किया है, जिसके बाद वह सुर्खियों में आ गए हैं। जावेद कई बार अपने विचारों के कारण भी सुर्खियों में आ जाते हैं।
हाल ही में जावेद अख्तर ने लाउडस्पीकर पर अजान दिए जाने का मामला पर अपनी बात रखकर एक नई बहस को जन्म दे दिया था। जावेद अख्तर के मुताबिक लाउडस्पीकर पर अजान से लोगों को परेशानी होती है इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए।जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर खूब बवाल हुआ था। ऐसे में उन्होंने एक अन्य ट्वीट के जरिए इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अपने इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है, 'हाल ही में जब मैंने लाउडस्पीकरों पर अज़ान को लेकर टिप्पणी करते हुए इस पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात कही थी तो मुस्लिम समाज के बड़े लोगों ने मुझे शाप देना शुरू कर दिया और कहा कि मैं नरक में सबसे बुरे स्थान में जाऊंगा. दूसरी तरफ हिंदू बड़े लोग मुझे जेहादी और राष्ट्रद्रोही कहते हैं। मैं एक समान अवसरवादी नास्तिक हूं जो सभी तरह की आस्थाओं के खिलाफ है।
Recently when I commented that AZAN should be banned on loudspeakers Muslim bigots cursed me that I would go to the worst place in hell.On the other hand Hindu bigots call me a jehadi and an anti national.I am an equal opportunity atheist who is against All kinds of faiths.
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) June 13, 2020
जावेद का ये ट्वीट भी सोशल मीडिया पर छा गया है। लोग जावेद के इस ट्वीट पर तरह तरह से कमेंट कर रहे हैं।
जावेद ने क्या कहा था
जावेद अख्तर ने एक ट्वीट में लिखा, ‘भारत में 50 साल तक लाउडस्पीकर पर अजान देना हराम रहा, लेकिन अब जब हलाल हुई है तो खत्म ही नहीं हो रही।' उन्होंने आगे लिखा, 'लोगों की परेशानियों को समझते हुए यह प्रथा बंद होनी चाहिए। उनके इस बयान के बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा कि, 'हमारे यहां रोज मंदिर में लाउडस्पीकर पर भजन बजते हैं इस पर आपकी क्या राय है?'
इस पर जावेद अख्तर ने जवाब दिया, 'वो मंदिर हो या मस्जिद, कभी किसी त्योहार पर लाउडस्पीकर हो, तो चलो ठीक है। मगर रोज रोज तो न मंदिर में होना चाहिए न मस्जिद में।