इरफान खान एक ऐसे भारतीय अभिनेता जो बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में अपने अभिनय का परचम लहरा चुके हैं। इरफान खान ने हर वर्ग के दर्शकों को प्रभावित किया है। इरफान खान का जन्म 7 जनवरी 1967 को जयपुर के एक मुस्लिम पठान परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है। उनके पिता टायर का व्यापार करते थे। आइए आज इरफान के जन्मदिन पर उनके कुछ अनछुए किस्सों से रूबरू होते हैं-
- पठान परिवार के होने के बावजूद इरफान बचपन से ही शाकाहारी हैं। उनके पिता उन्हें हमेशा यह कहकर चिढ़ाते थे कि पठान परिवार में ब्राह्मण पैदा हो गया।
-इरफान खान का शुरुआती दौर संघर्षों से भरा था। जब उनका एनएसडी में प्रवेश हुआ और उन्हीं दिनों उनके पिता की मृत्यु हो गई। जिसके बाद इरफान को घर से पैसे मिलने बंद हो गए। जिसके बाद एनएसडी से मिलने वाली फेलोशिप के जरिए उन्होंने अपना कोर्स खत्म किया।
-इरफान ने जब सुतपा सिकंदर (इरफान की पत्नी) से शादी का फैसला किया तो वो उनके लिए धर्म बदलने के लिए भी तैयार हो गए थे लेकिन सुतपा के घरवाले दोनों की शादी के लिए तैयार हो गए। जिसके बाद इरफान को धर्म बदलने की जरूरत नहीं पड़ी।
-इरफान खान को फिल्म 'पान सिंह तोमर' के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। 2011 में भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।
-90 के दशक में गुलजार साहब। दूरदर्शन के लिए एक सीरियल बना रहे थे-किरदार। जिसमें ओमपुरी के साथ उन्होने दमदार अभिनय पेश किया।
- स्टार प्लस पर का शो एक शाम की मुलाकात, जिसमें भी इरफान खान भी अहम भूमिका में थे, ये सीरियल, गुजराती लेखक चंद्रकांत देसाई की कहानी- एक सांझ नी मुलाकात पर आधारित था। इसे तिग्मांशु धूलिया ने डायरेक्ट किया था। वही तिग्मांशु जिन्होंने बाद में इरफान को लेकर हासिल, पान सिंह तोमर जैसी फिल्म बनाई।