सुपरस्टार रजनीकांत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह 'रजनी मक्कल मंदरम' के पदाधिकारियों से बातचीत में किसी खास बात को लेकर निजी तौर पर निराश हुए। राजनीति में प्रवेश करने के लिए उन्होंने यह संगठन बनाया है। बहरहाल उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किस बात से निराश हैं। अभिनेता ने कहा कि हाल में उन्होंने मुस्लिमों के एक धार्मिक प्रतिनिधिमंडल से कहा था कि सीएए और एनपीआर पर अपनी चिंताओं को लेकर वह केंद्र से वार्ता करें और उनके प्रयास में उन्होंने समर्थन देने का आश्वासन दिया था।
आरएमएम का गठन 2018 में हुआ था जो अभिनेता के राजनीति में प्रवेश का मंच है। आरएमएम के जिला सचिवों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने पदाधिकारियों के कई सवालों का जवाब दिया। यह पूछने पर कि वह कब अपना राजनीतिक दल शुरू करेंगे तो अभिनेता ने कहा, ‘‘इस तरह की बातों पर चर्चा के लिए मैंने एक वर्ष बाद जिला सचिवों की बैठक बुलाई। मुझे बहुत संतोष नहीं है। यह महज निराशा है। मैं नहीं बताना चाहता कि यह क्या है।
समय आने पर मैं आपको बताऊंगा।’’ यह पूछने पर कि क्या उनकी निराशा राजनीतिक निराशा है या वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था से जुड़ी हुई है तो उन्होंने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत निराशा है।’’ अभिनेता जब सवालों का जवाब दे रहे थे तो उनके प्रशंसक जोर- जोर से पूछ रहे थे कि वह कब राजनीतिक दल शुरू करने जा रहे हैं। मुस्लिम धार्मिक नेताओं के साथ अपनी हालिया बैठक को उन्होंने ‘‘बहुत सुखद बैठक’’ करार दिया और उन्होंने कहा कि देश में भाईचारा, प्यार और शांति बनी रहनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने बताया कि शांति के लिए वे कुछ भी करने को तैयार हैं और वे मेरा समर्थन चाहते थे। मैंने कहा कि उनके प्रयास में मैं निश्चित रूप से उनका साथ दूंगा।’’ अभिनेता ने कहा कि सीएए और एनपीआर पर आशंकाओं को लेकर उन्होंने उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने का सुझाव दिया। भाषा नीरज नीरज दिलीप दिलीप