अनुराग कश्यप अपनी फिल्मों में हमेशा कुछ अलग और नया करने के लिए जाने जाते हैं। शायद इसलिए ही वह अपनी हर फिल्म में सामाजिक और राजनीतिक समस्याओं को सामने लाने में कभी असफल नहीं होते हैं। उनकी फिल्में अक्सर ऐसे मुद्दों पर होती हैं जो मनोरंजक होने के साथ-साथ समाज के कई पहलुओं को सामने लाती हैं। यहां एक फिल्म निर्माता के रूप में अनुराग कश्यप की कुछ शानदार फिल्मों पर एक नजर डालते हैं।
1. गैंग्स ऑफ वासेपुर: (सीजन 1 और 2) (2012)
गैंग्स ऑफ वासेपुर की सफलता कहीं न कहीं अनुराग कश्यप के सबसे सफल प्रोजेक्ट में से एक मानी जाती है। इसके बाद अनुराग कश्यप की हर फिल्म की तुलना गैंग्स ऑफ वसेपुर से की गई है। इस फिल्म में कश्यप ने तीन आपराधिक परिवारों के बीच एक खानदानी जंग को दिखाया है, जो दशकों से चली आ रही है। इस दो-भाग की कहानी में धनबाद में कोयला माफिया के इतिहास और आसपास रहने वाले लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले इतिहास को भी शामिल किया गया है।
2. रमन राघव 2.0 (2016)
इस फिल्म के साथ, कश्यप एक बार फिर मानवता के अंधेरे और क्रूरता को पर्दे पर दिखाने की कोशिश करते हैं। रमन राघव क्वेंटिन टारनटिनो की तरह अध्यायों में काम करते हैं। इस फिल्म की कहानी मे हम एक पुलिस वाले और एक सीरियल किलर से मिलते हैं, और जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, अच्छे और बुरे के बीच की सीमाएँ धुंधली होती जाती हैं, जिससे इन दो लोगों के बीच पूरी नफरत और पागलपन का पता चलता है। इस फिल्म कश्यप द्वारा 1960 के दशक में मुंबई के एक सीरियल किलर रमन राघव की सच्ची कहानी दिखाई गयी है।
3. मनमर्जियां: (2018)
यह डार्क और ट्विस्टेड किरदारों वाली अनुराग कश्यप की इस फिल्म में लव ट्राएंगल की कहानी दिखाई गयी है। फिल्म में तापसी पन्नू, विक्की कौशल और अभिषेक बच्चन नजर आये थे। इस फिल्म में साउंडट्रैक शानदार रहे थे। फिल्म की कहानी दर्शकों को काफी पसंद आयी थी। फिल्म शुरुआत से लेकर अंत तक दर्शकों को बांधकर रखती है। मनमर्जियां तकनीकी रूप से बेहतरीन फिल्म है। खास तौर से इंटिमेट सीन्स में ट्रैकिंग और क्लोज़-अप शॉट अक्सर उपयोग किए गए थे।
4. देव डी (2009)
अनुराग कश्यप ने देवदास जैसी पुरानी कहानियों को एक नया मोड़ देते हुए फिर से गढ़ने की कोशिश की। इस फिल्म की कहानी सेक्स, ड्रग्स, और अल्कोहल के आस पास ही घूमती है। फिल्म दिल्ली में एमएमएस विवाद के साथ-साथ एक हिट-एंड-रन मामले को भी दिखाती है। फिल्म तीन भागों में बनाई गई है। जो कि पारो, चंदा और देव के इर्द-गिर्द घूमती है। यह फिल्म अनुराग कश्यप के लिए एक मील का पत्थर साबित हुयी, क्योंकि इसने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन किया।
5. ब्लैक फ्राइडे (2007)
ब्लैक फ्राइडे 1993 के बॉम्बे बम धमाकों पर आधारित इस थ्रिलर फिल्म एक है। यह फिल्म भी सेंसरशिप के चक्कर में काफी समय अटकी रही थी। यह वास्तविक लोगों और घटनाओं को प्रदर्शित करती है। ब्लैक फ्राइडे दो साल से अधिक समय तक भारत में रिलीज नहीं हो पाई थी, इसके बावजूद कि दुनिया भर के समीक्षकों ने फिल्म की काफी तारीफ की। बाद में यह फिल्म भारत में भी रिलीज हुई, और काफी हिट रही थी।