हिंदी सिनेमा के ग्रेट फिल्मकार बासु चटर्जी का आज निधन हो गया है। बासु का निधन 93 साल में हुआ है।उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे सांताक्रुज के श्मशान घाट में किया जाएगा। बासु चटर्जी ने हिंदी सिनेमा को एक से बढ़कर बेहतरीन फ़िल्में दी है।जिसके लिए उन्हें कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं।
इंडस्ट्री में बासु दा (Basu Da) के नाम से जाने जाने वाले बासु चटर्जी ने फिल्म इंडस्ट्री में 70 और 80 के दशक में कई बेहतरीन फिल्में बनाई। जिस दौर में एक्शन फिल्मों का बोलबाला हुआ करता था।
बासु दा के निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। अशोक पंडित ने ट्वीट करके लिखा है कि लेजेंडरी फिल्म मेकर बासु चटर्जी का अब इस दुनिया में नहीं रहें। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे सांताक्रुज के श्मशान घाट में किया जाएगा।
फिल्मों में बासु चटर्जी के योगदान के लिए 7 बार फिल्म फेयर अवॉर्ड और दुर्गा के लिए 1992 में नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिला था। 2007 में उन्हें आईफा ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा था। 1969 से लेकर 2011 तक बासुदा फिल्मों के निर्देशन में सक्रिय रहे।
बासु चटर्जी ने मिडल क्लास और पारिवारिक फिल्मों को बनाना शुरू किया और आम जनता की नस पकड़कर उन्हें एंटरटेन किया।बासु चटर्जी ने छोटी सी बात, बातों बातों में, खट्टा मीठा, चमेली की शादी, रजनीगंधा, चितचोर, पिया का घर, सारा आकाश, स्वामी, शौकीन जैसी एक से बढ़कर एक फिल्में डायरेक्ट की