जाने-माने फिल्म निर्देशक और लेखक बासु चटर्जी का निधन हो गया है। बासु चटर्जी का निधन 93 साल की उम्र में हुआ है। निर्देशक का सुबह 8.30 बजे नींद में निधन हो गया है। मुम्बई के सांताक्रूज स्थित उनके घर पर आज निधन हो गया।
खबर के अनुसार बासु दा एक लम्बे समय से बीमार चल रहे थे और उन्हें पहले से ही डायबीटीज व हाई ब्लड प्रशर संबंधी बीमारी थी। एबीपी न्यूज की खबर के अनुसार आज दोपहर 2.00 बजे सांताक्रूज के शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बासु दा ने 70 और 80 के दशक में एक से एक नायाब फिल्में फैंस के सामने पेश की थीं। बासु दा ने चित्तचोर, रजनी, बातों बातों में, उस पार, छोटी सी बात, खट्टा-मीठा, पिया का घर, चक्रव्यूह, शौकीन, रुका हुआ फैसला, जीना यहां, प्रियतमा, स्वामी, अपने पराये, एक रुका हुआ फैसला जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया और हिंदी सिनेमा की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान कायम की।
बासु दा ने 1969 में फिल्म सारा आकाश से उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। इस फिल्म से पहले वह राज कपूर के साथ तीसरी कसम में बतौर सहायक के रूप में काम चुके थे।
बासु दा ने अपने करियर की शुरुआत एक इलस्ट्रेटर और कार्टूनिस्ट के तौर पर अपने दौर के लोकप्रिय साप्ताहिक अखबार 'ब्लिट्ज' से की थी। इस अखबार में 18 साल तक काम करने के बाद बासु दा ने फिल्मों की तरफ अपना रूख किया था और यहां भी उनको सफलता हाथ लगी थी।