दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने कोरोना की महामारी और बीमारी के कारण राजनीति छोड़ने की खबरों पर ब्रेक लगा दिया है. सोशल मीडिया पर उनका एक लेटर वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि बीमारी के कारण उन्होंने राजनीति से दूरी बनाने का फैसला किया है.
इस लेटर को लेकर रजनीकांत का कहना है कि इसमें उनके स्वास्थ्य को लेकर दी गई कुछ जानकारियां सही हैं, मगर बाकी सब अफवाहें हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने संगठन 'मक्कल मंदरम' के पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद घोषणा करेंगे कि वह राजनीति में प्रवेश करेंगे या नहीं.
वायरल लेटर में दावा किया गया है कि कोरोना वैक्सीन आने के बाद भी रजनीकांत की बाहरी गतिविधियों पर पाबंदी रह सकती है, क्योंकि वह कॉन्वालैसिंग किडनी ट्रांसप्लांट के मरीज हैं और कमजोर इम्युनिटी के कारण उनकी बाहरी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकती है. डॉक्टर्स ने उन्हें ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी है. इस जानकारी के सामने आते ही रजनीकांत ने ट्वीट कर सफाई दी. उन्होंने कहा, ''मेरा एक बयान सोशल मीडिया पर चल रहा है और मीडिया में भी दिख रहा है.
सभी जानते हैं कि यह मेरा बयान नहीं है. हालांकि, उस बयान में मेरी स्वास्थ्य स्थिति और मुझे दी गई चिकित्सीय सलाह के बारे में कुछ विवरण सही है. मैं सही समय पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ चर्चा करूंगा और अपने राजनीतिक रुख के बारे में सूचित करूंगा.'' बता दें कि रजनीकांत के राजनीति में आने और राजनीतिक पार्टी लॉन्च करने की खबरें कई दिनों से आ रही हैं. जुलाई में खबरें आई थीं कि रजनीकांत नवंबर में अपनी पार्टी लॉन्च करेंगे.