पिछले कुछ दिनों से शिवसेना और एक्ट्रेस कंगना रनौत के बीच जुबानी जंग चल रही है। इस बीच कंगना रनौत की मां आशा रनौत ने बड़ा फैसला लिया है। आशा रनौत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को ज्वॉइन कर लिया है। आशा रनौत ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी से जुड़ने के बाद आशा रनौत ने कहा कि कंगना के साथ जो हुआ, उसके बाद बीजेपी में शामिल होना पड़ा है।
बीजेपी से जुड़ने के बाद आशा रनौत ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया है। वहीं कंगना ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर '' सत्ता के दुरुपयोग '' का आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा और घोषणा की कि उनकी आवाज दूर तक जाएगी। इस घटनाक्रम में फिल्म जगत के कई लोग रनौत के समर्थन में आगे आए हैं। रनौत ने शिवसेना के नेतृत्व वाले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की गुंडों से तुलना करते हुए कई ट्वीट् पोस्ट किए, जिसमें राज्य सरकार को एक ‘‘मिलावटी सरकार’’ कहकर मराठी संस्कृति को याद करने की नसीहत दी गई।
शिवसेना से टकराव के कारण निशाना बना रही महाराष्ट्र सरकार
कंगना बुधवार को ही अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश से मुम्बई लौटी हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि शिवसेना से टकराव के कारण महाराष्ट्र सरकार उन्हें निशाना बना रही है। शिवसेना नीत बीएमसी ने बुधवार को अभिनेत्री के बांद्रा स्थित बंगले में किए गए कुछ अवैध निर्माण को तोड़ दिया था। हालांकि बंबई उच्च न्यायालय ने बाद में प्रक्रिया पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
कंगना के एक हालिया बयान से खड़ा हुआ विवाद
गौरतलब है कि मुम्बई पुलिस और महाराष्ट्र के बारे में कंगना के एक हालिया बयान से विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने दावा किया था कि वह मुम्बई में असुक्षित महसूस करती हैं। इसके बाद शिवसेना के नेता संजय राउत ने उनसे मुम्बई वापस नहीं आने को कहा था। राउत के इस बयान के बाद अभिनेत्री ने मुम्बई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी। कंगना ने राकांपा-शिवसेना-कांग्रेस की राज्य सरकार पर तंज कसा और कहा कि शिवसेना की विचारधारा से समझौता किया गया है।