अवसाद से लड़ रहा था?, सुनने का इरादा नहीं था, ये कांच का घर है, दीवारें पतली हैं..., बाबिल खान ने इंस्टाग्राम पर साझा की कविता, पढ़िए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 13, 2025 15:14 IST2025-10-13T15:12:08+5:302025-10-13T15:14:56+5:30
सुनने का इरादा नहीं था, ये कांच का घर है, दीवारें पतली हैं। मैंने अपनी बांह पर पहन रखा है दिल और अब मेरे पास खून से सने हुई टी-शर्ट्स हैं। मुझे ठीक होने के लिए समय चाहिए था।

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नई दिल्लीः दिवंगत अभिनेता इरफान खान के बेटे अभिनेता बाबिल खान ने सोशल मीडिया पर एक भावुक कविता साझा की है जिसमें उन्होंने अवसाद से अपनी लड़ाई का खुलासा किया है। बाबिल ने 2022 में फिल्म ‘‘क़ला’’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी जिसमें उनके साथ तृप्ति डिमरी नजर आई थीं। बाबिल मई में उस समय विवादों में घिर गए थे जब उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह बेहद भावुक नजर आए थे और उन्होंने फिल्म जगत को बनावटी करार दिया था। हालांकि उन्होंने बाद में वह वीडियो हटा दिया था और अपने सोशल मीडिया अकाउंट भी बंद कर दिए थे।
बाबिल ने इंस्टाग्राम में एक पोस्ट में अपनी एक तस्वीर साझा की जिसमें वह लाल स्वेटर पहने नजर आ रहे हैं साथ ही एक कविता की पक्तियां लिखी हैं ‘‘सुनने का इरादा नहीं था, ये कांच का घर है, दीवारें पतली हैं। मैंने अपनी बांह पर पहन रखा है दिल और अब मेरे पास खून से सने हुई टी-शर्ट्स हैं। मुझे ठीक होने के लिए समय चाहिए था।
मेरे दानवों ने मुझे गहरे घाव दिए, अनिद्रा और घबराहट ने मजबूर किया कि मैं बेतुकी बातें कबूल करुं। मैं मदद के लिए चिल्ला रहा था, अपनी अभिव्यक्ति को दबा नहीं पा रहा था। इसका असर मेरी सेहत पर था, मेरी आत्मा इस दबाव से थक चुकी थी।’’ अभिनेता विजय वर्मा ने बाबिल के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘‘हम आपके साथ हैं बाबिल।’’
वहीं अपारशक्ति खुराना ने भी बाबिल के पोस्ट पर दिल वाला इमोजी बनाया। अभिनेता गुलशन देवैया ने बाबिल का सोशल मीडिया पर स्वागत करते हुए लिखा, ‘‘देखो कौन आया है।’’ बाबिल को आखिरी बार सोशल मीडिया थ्रिलर ‘‘लॉगआउट’’ में देखा गया था।