बॉलीवुड के निर्देशक,निर्माता ,पटकथा लेखक आशुतोष गोविरकर का जन्मदिन हैं। अभिनय से करियर की शुरुआत करने वाले आशुतोष आज बॉलीवुड का चमकता सितारा हैं। गोविरकर का जन्म 15 फरवरी 1965 को नई दिल्ली में हुआ था। उनके पिता का नाम अशोक गोविरकर और माँ का नाम किशोरी गोविरकर है। जीवन के शुरुआती संघर्ष को उन्होंने दिल्ली में ही झेला।
आशुतोष की एक्टिंग
हिंदी सिनेमा में बतौर अभिनेता केतन मेहता की फिल्म होली से उन्होंने अपने करियर की थी। इस फिल्म के बाद उन्होंने कई टेलीविजन कमर्शियल शोज में भी काम किया। लेकिन साथ में वह फिल्मों में भी अभिनय करते रहे। शाहरुख खान की फिल्म कभी हां कभी ना में भी उन्होंने अभिनय किया था। लेकिन जब एक्टिंग में वह कोई खास कमाल नहीं कर पाए तो फिर उन्होंने निर्देशन में हाथ अजमाया जिसके बाद उन्होंने कभी फिर पलटकर नहीं देखा।
निर्देशन की शुरुआत
आशुतोष ने साल 1993 में उन्होंने निर्देशन की दुनिया में कदम रखा जिसके बाद उन्होंने फिल्म पहला नशा निर्देशित की। 2001 में आई फिल्म लगान ने उनको सही पहचान दिलवाई। फिल्म आजादी के ऊपर बनी थी। फिल्म को जमकर सराहना मिली। उसके बाद साल 2004 में गोविरकर ने स्वदेश फिल्म निर्देशित की। 2008 में उन्होंने ऐतिहासिक फिल्म जोधा-अकबर का निर्देशन की।
जब दर्द में भी की फिल्म
बॉलीवुड की एतिहासिक फिल्म लगान की शूटिंग के दौरान आशुतोष को अचानक कमर में दर्द हो गया। डॉक्टर ने बताया कि आशुतोष को स्लिप डिस्क की परेशानी हो गई है। उन्होंने हिदायत दी कि कम से कम एक महीने वह बेडरेस्ट पर रहें। उस समय उनकी हालत देखते हुए यू निट ने फैसला किया कि फिल्म की शूटिंग करीब एक महीने के लिए रोक दी जाए। लेकिन आशुतोष ने किसी की बात नहीं मानी और आशुतोष गोवारिकर ने पूरे एक महीने खाट पर बैठकर, लेटकर लगान की शूटिंग की। इस दौरान जो सीन फिल्माया गया वह क्रिकेट मैच का सीन था। जो कि काफी मजेदार था। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट डायरेक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला।
प्रसिद्ध फ़िल्में
उनकी प्रसिद्ध फिल्में पहला नशा , बाजी , लगान , स्वदेश , जोधा अकबर , व्हाट्स योर राशि और मोहन जोदड़ो हैं।