सिंगापुर के आसमान में तेजस की हुंकार
By योगेश कुमार गोयल | Published: February 18, 2022 04:38 PM2022-02-18T16:38:11+5:302022-02-18T16:40:26+5:30
सिंगापुर एयर शो 2022 में शामिल होने के लिए वायुसेना का 44 सदस्यों का एक दल 12 फरवरी को ही स्वदेशी फाइटर जेट, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, एलसीए तेजस मार्क-वन के साथ सिंगापुर पहुंच गया था।
15 से 18 फरवरी तक आयोजित सिंगापुर एयर शो के पहले ही दिन स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान एलसीए तेजस ने लो-लेवल एयरोबैटिक्स डिस्प्ले में हिस्सा लेकर सिंगापुर के आसमान में गर्जना करते हुए अपनी कलाबाजियों से न सिर्फ तमाम लोगों को मंत्नमुग्ध कर दिया बल्कि अपने पराक्रम और मारक क्षमता की पूरी दुनिया के समक्ष अद्भुत मिसाल भी पेश की। सिंगापुर के आसमान में कलाबाजियां करते तेजस की तस्वीरें भारतीय वायुसेना द्वारा 'लाइक अ डायमंड इन द स्काय' लिखकर ट्वीट की गईं।
गौरतलब है कि सिंगापुर एयर शो हर दो साल में एक बार आयोजित होता है, जिसमें दुनियाभर के फाइटर जेट्स हिस्सा लेते हैं। यह एयर शो एविएशन इंडस्ट्री के लिए पूरी दुनिया को अपने एयरक्राफ्ट दिखाने का बेहतरीन अवसर होता है और विश्वभर की विमानन कंपनियां इसके जरिये अपने उत्पादों की मार्केटिंग करती हैं। एयर शो में भारत की ओर से भी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित स्वदेशी 'तेजस' की मार्केटिंग पर जोर दिया गया। इस एयर शो में भारतीय वायुसेना के तेजस के अलावा यूनाइटेड स्टेट्स एयरफोर्स, यूनाइटेड स्टेट्स मरीन कॉर्प्स, इंडोनेशियाई वायुसेना की जूपिटर एयरोबैटिक टीम, रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर एयरफोर्स इत्यादि की विशेष भागीदारी रही।
सिंगापुर एयर शो 2022 में शामिल होने के लिए वायुसेना का 44 सदस्यों का एक दल 12 फरवरी को ही स्वदेशी फाइटर जेट, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, एलसीए तेजस मार्क-वन के साथ सिंगापुर पहुंच गया था। एयरोबैटिक्स में हिस्सा लेकर एलसीए तेजस ने अपनी संचालन से जुड़ी विशेषताओं तथा गतिशीलता को प्रदर्शित किया और पूरी दुनिया को दिखाया कि आखिर तेजस कितना ताकतवर लड़ाकू विमान है। सिंगापुर एयर शो से पहले भारतीय वायुसेना 2021 में दुबई एयर शो और 2019 में मलेशिया में लिमा एयर शो में भी हिस्सा ले चुकी है।
एचएएल द्वारा निर्मित तेजस प्रमुख रूप से हवाई युद्ध और आक्रामक तरीके से हवाई सहायता मिशन में काम आने वाला विमान है। यह एकल इंजन और बहु-भूमिका वाला ऐसा बेहद फुर्तीला सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जो हवाई क्षेत्न में उच्च-खतरे वाली स्थितियों में संचालन करने में सक्षम है। टोही अभियान को अंजाम देना तथा पोत रोधी विशिष्टताएं इसकी द्वितीयक गतिविधियां हैं। भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल तेजस फाइटर जेट को पूरी दुनिया की प्रशंसा मिल रही है।