Plane Crash: सुरक्षित विमान यात्रा कब तक बनी रहेगी चुनौती?, पक्षियों के टकराने के कारण दुनियाभर में 250 से ज्यादा विमान नष्ट...
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: December 30, 2024 05:37 IST2024-12-30T05:37:34+5:302024-12-30T05:37:34+5:30
Plane Crash: दक्षिण कोरिया में जेजू एयर बोइंग 737-800 विमान रनवे से फिसलकर बाड़ से जा टकराया, जिसके बाद प्लेन में आग लग गई.

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Plane Crash: रविवार को हुए 3 विमान हादसों ने दुनिया को हिला दिया. हालांकि कनाडा के हैलिफैक्स हवाई अड्डे पर हुए हादसे में सौभाग्य से सभी यात्रियों को बचा लिया गया, लेकिन उसके पहले दक्षिण कोरिया में हुई विमान दुर्घटना के यात्री सौभाग्यशाली नहीं रहे और 179 लोगों की जान चली गई. कनाडा में पीएएल एयरलाइंस द्वारा संचालित एयर कनाडा की उड़ान संख्या 2259 सेंट जॉन्स न्यूफाउंडलैंड से आई थी, जब लैंडिंग गियर में खराबी के कारण आग लग गई. बताया जाता है कि हादसा उस समय हुआ जब विमान रनवे पर आया और एक टायर सही तरीके से नहीं खुल पाया.
इससे विमान का संतुलन बिगड़ गया और एक पंख टरमैक से रगड़ने लगा, जिससे विमान के एक हिस्से में आग फैल गई. हालांकि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ और सभी यात्रियों व चालक दल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. लेकिन इसके कुछ घंटे पहले दक्षिण कोरिया में जेजू एयर बोइंग 737-800 विमान रनवे से फिसलकर बाड़ से जा टकराया, जिसके बाद प्लेन में आग लग गई.
इस हादसे में विमान में मौजूद 181 में से 179 लोगों की जान चली गई. हादसे का वास्तविक कारण तो जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन बताया जाता है कि विमान के पक्षी से टकराने के कारण उसके दाहिने इंजन में आग लग गई थी, जिससे उसके लैंडिंग गियर में खराबी आ गई. वैसे तो दुनिया के भयावह विमान हादसों के अलग-अलग कारण रहे हैं.
लेकिन पक्षियों से टकराकर विमान के क्रैश होने का डर विमानों के आविष्कार की शुरुआत से ही चला आ रहा है. हालांकि जरूरी नहीं कि पक्षियों के टकराने से हर बार नुकसान ही हो, लेकिन कई बार नुकसान इतना गंभीर हो जाता है जिसकी पहले से कल्पना भी नहीं की जा सकती. किसी विमान के पक्षियों से टकराने का मामला सबसे पहले 1905 में सामने आया था, जब ओहियो में ऑरविल राइट ने एक मकई के खेत के ऊपर से उड़ान भरते विमान से पक्षी के टकराने की जानकारी दी थी. तब से लेकर पक्षियों के टकराने के कारण दुनियाभर में 250 से ज्यादा विमान नष्ट हो चुके हैं.
अमेरिका के फेडरल सिविल एविएशन की रिपोर्ट के अनुसार अकेले वर्ष 2022 में ही 17 हजार से ज्यादा पक्षियों के विमानों से टकराने की घटनाएं सामने आई थीं. विमान से पक्षियों के टकराने की घटनाएं अक्सर हवाईअड्डे के आसपास ही खासकर उस वक्त होती हैं, जब विमान लैंडिंग करने वाला होता है या उड़ान भरने वाला होता है.
इस दौरान विमान कम ऊंचाई पर होता है, जिससे पक्षी अक्सर उससे टकरा जाते हैं. 90 प्रतिशत बर्ड हिट की घटनाएं एयरपोर्ट के करीब ही होती हैं, जबकि बाकी 10 फीसदी घटनाएं कहीं भी हो सकती हैं. पक्षियों के विमान से टकराने की ज्यादातर घटनाएं सूर्योदय या सूर्यास्त के समय होती हैं, जब पक्षियों की संख्या आसमान में बढ़ जाती है.
वैसे तो रडार से पक्षियों के झुंड पर नजर रखी जाती है और पायलटों को इससे सतर्क रहने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाती है, लेकिन जब कोई एक पक्षी अचानक विमान के सामने आ जाता है तो पायलट कुछ नहीं कर पाता. ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए कई विमान निर्माता टर्बोफैन इंजन का इस्तेमाल भी करते हैं.
पक्षियों की टक्कर से विमान के पंखे का ब्लेड अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाता है और इससे इंजन फेल होने या उसमें आग लगने की घटना हो जाती है. हालांकि विमानों से पक्षियों की टक्कर को रोकने के लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं लेकिन इसके लिए एक फुलप्रूफ तरीके की खोज करना अभी भी शेष है, जिससे विमान दुर्घटनाओं से होने वाली जन और धन की भारी हानि को टाला जा सके.