लाइव न्यूज़ :

विचार: मन आत्मा का साधन है?

By शक्तिनन्दन भारती | Updated: August 7, 2021 15:20 IST

दुनिया के सभी अद्भुत काम चित्त की इसी अवस्था में हुए हैं। सभी प्रकार की अद्भुत खोजें। सभी प्रकार के आविष्कार मन और बुद्धि के परे के हैं।

Open in App
ठळक मुद्दे एकाग्रता में भूल चूक की संभावना बहुत कम होती है।फ्राइड के अनुसार यह सबकॉन्शियस माइंड की स्थिति है।

मन क्या है, मन को अंग्रेजी में माइंड से परिभाषित किया गया है। फ्राइड ने मन के तीन स्तर माने हैं-पहला अनकॉन्शियस माइंड, दूसरा सबकॉन्शियस माइंड, तीसरा कॉन्शियस माइंड।

वहीं भारतीय परंपरा में मन को चंद्रमा से उत्पन्न बताया गया है "चंद्रमा मनसो जात।" योग वशिष्ठ में मन को परिभाषित करते हुए ऋषि वशिष्ठ कहते हैं की मन चेतना की चार अवस्थाओं में से एक है। यहां चेतना से तात्पर्य परम आत्मा से है। आत्मा रूपी ऊर्जा के 4 सहकारी तत्व है।

यह हैं मन, बुद्धि, चित्त, अहंकार। इस चतुष्टय के कारण ही आत्मा पर करणीयता का भाव आरोपित किया जाता है। दूसरे शब्दों में हम इन चारों को आत्मा रूपी ऊर्जा के आभासित चार फलनात्मक समूह कह सकते हैं। संभवत इन चारों को समवेत रूप को ही फ्रॉयड ने मन कहा है।

इन चारों के कार्यों को ही हम तीन स्तरों में बांट सकते हैं जिन्हें फ्रॉयड भी अनकॉन्शियस सबकॉन्शिय तथा कॉन्शियस में बांटते हैं। चेतना का सबसे निचला स्तर मन का स्तर होता है। मन के धरातल पर स्थित चित्त क्षिप्त या विक्षिप्त स्थिति का होता है। उस चित्त की स्थिति किसी एक जगह नहीं टिकती है। यह ऊहापोह की स्थिति होती है।

इस धरातल पर हुए सभी कार्य अनकॉन्शियस माइंड की कैटेगरी में आते हैं। इसके बाद आता है बुद्धि का धरातल। बुद्धि के धरातल पर हुए कार्य चेक एंड बैलेंस की कैटेगरी में आते हैं। बुद्धि द्वारा चयन किए हुए कार्य समूह एकाग्र चित्त की स्थिति है। एकाग्रता में भूल चूक की संभावना बहुत कम होती है।

फ्राइड के अनुसार यह सबकॉन्शियस माइंड की स्थिति है। बुद्धि के ऊपर की अवस्था चित्त की अवस्था है। चित्त की अवस्था में या परम चेतन की अवस्था में अनुभूत कार्यों को करने में गलती की गुंजाइश नहीं होती। यह कॉन्शियसमाइंड की अवस्था है।

दुनिया के सभी अद्भुत काम चित्त की इसी अवस्था में हुए हैं। सभी प्रकार की अद्भुत खोजें। सभी प्रकार के आविष्कार मन और बुद्धि के परे के हैं। मन बुद्धि और चित्त का यह उत्तरोत्तर क्रम हमें इगो, इड इगो तथा सुपर ईगो की अवस्था की ओर ले जाता है। यही कारण है कि हम उत्तरोत्तर विकास की ओर जैविक रूप से उन्मुख हो रहे हैं।

टॅग्स :महिला
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टMaharashtra: नौकरी का झांसा देकर महिला से गैंगरेप, पीड़िता ने दर्ज कराई शिकायत

ज़रा हटकेVIDEO: नशे में धुत लड़की ने बुलाई रैपिडो, बाइक पर बैठते ही गिरी; संभालने की कोशिश में जूझता दिखा ड्राइवर

ज़रा हटकेपाकिस्तानी महिला ने पीएम मोदी से लगाई मदद की गुहार, पति के दिल्ली में दूसरी शादी करने का किया दावा

क्राइम अलर्टमां नहीं हैवान! बेटे समेत 4 बच्चों को बेरहमी से मारा, साइको लेडी किलर ने बताई करतूत; गिरफ्तार

भारतपोस्ट ऑफिस की ये 6 सेविंग स्कीम हर महिला के लिए जरूरी, चेक करें एलिजिबिलिटी और इंटरेस्ट रेट

रिश्ते नाते अधिक खबरें

रिश्ते नातेKarwa Chauth 2025: अपनी पत्नी को इस करवा चौथ दें प्यार भरा तोहफा, इन गिफ्ट्स आइडिया से मिलेगी हेल्प

रिश्ते नातेValentine's Day 2025: प्यार का प्रतीक वेलेंटाइन डे से जुड़ा है काला इतिहास, 14 फरवरी का राज जानकर हो जाएंगे रोंगटे खड़े

रिश्ते नातेValentine's Day 2025: वैलेंटाइन डे के दिन पार्टनर को दे ये गिफ्ट्स, देखते ही हो जाएंगे खुश; जमकर करेंगे तारीफ

रिश्ते नातेValentine’s Week 2025: शुरू हो रहा प्यार का हफ्ता, वैलेंटाइन वीक के सातों दिन होंगे खास, देखें पूरी लिस्ट

रिश्ते नातेRelationship Tips: क्या आप भी कर रहीं ममाज बॉय को डेट? इन सिंपल साइन की मदद से करें पता, आपको मिल जाएगा सवाल का जवाब