लाइव न्यूज़ :

इसरो ने दुनिया को दिखाया भारत का दिवाली धमाका, 36 संचार उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा

By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: October 24, 2022 15:17 IST

अंतरिक्ष के क्षेत्र में कार्यरत सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम ‘न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड’(एनएसआईएल) का पहला प्रयास था. जिसने सबसे भारी रॉकेट में ब्रिटेन स्थित नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स लिमिटेड(वनवेब लि) के उपग्रहों को भेजा.

Open in App
ठळक मुद्देभारत की भारती एंटरप्राइजेज एक प्रमुख निवेशक और शेयरधारक है. इसरो से 72 उपग्रहों को भेजने का अनुबंध किया गया है. 5,796 किलोग्राम तक की क्षमता का उपयोग किया.

दिवाली के एक दिन पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) ने इतिहास रचते हुए सबसे भारी रॉकेट में 36 संचार उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेज दुनिया के सामने अपना परचम लहरा दिया.

वाणिज्यिक दृष्टि से यह मिशन महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह अंतरिक्ष के क्षेत्र में कार्यरत सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम ‘न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड’(एनएसआईएल) का पहला प्रयास था. जिसने सबसे भारी रॉकेट में ब्रिटेन स्थित नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स लिमिटेड(वनवेब लि) के उपग्रहों को भेजा.

वनवेब एक निजी उपग्रह संचार कंपनी है, जिसमें भारत की भारती एंटरप्राइजेज एक प्रमुख निवेशक और शेयरधारक है. इससे इसरो से 72 उपग्रहों को भेजने का अनुबंध किया गया है. वहीं भारत ने सबसे वजनी रॉकेट, जिसकी क्षमता 8,000 किलोग्राम तक के उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाने की है, में 5,796 किलोग्राम तक की क्षमता का उपयोग किया.

पूर्व में एनएसआईएल ने इसरो के एलवीएम-3 बोर्ड पर वनवेब के उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए थे. तकनीकी दृष्टि से यह जहां सफलता का नया पैमाना बना, वहीं इससे विश्व को भारत की क्षमता का सही अंदाजा हुआ. माना जा रहा है कि यूक्रेन से युद्ध से पहले वनवेब ने अपने उपग्रहों को रूस से भेजने का अनुबंध किया था.

मगर तमाम पाबंदियों के बाद वह योजना आगे नहीं बढ़ पाई. दूसरी तरफ भारत की अंतरिक्ष क्षमता पर विश्वास और लागत में कमी का भरोसा दिलाने का यह मिशन दीपावली के एक दिन पहले सफल साबित हुआ. जिस वक्त रॉकेट को आसमान में छोड़ा गया, उस वक्त गजब का नजारा देखते ही बनता था.

जिसे अनेक लोगों ने अपने कैमरे में भी कैद किया. ताजा प्रक्षेपण से भारत में अंतरिक्ष क्षेत्र की सेवाओं की उपलब्धता और देश में अरबों डॉलर आने की संभावनाओं के दरवाजे खुल गए हैं. वर्तमान में वनवेब ने एनएसआईएल से उपग्रह छोड़ने के लिए 1000 करोड़ रुपए से अधिक का सौदा किया है.

यदि जनवरी तक 72 उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित हो जाते हैं तो दुनिया में भारतीय अंतरिक्ष सेवाओं के प्रति आकर्षण बढ़ेगा. फिलहाल दिवाली के मौके पर इसरो ने एक बड़ा धमाका किया है, जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दे रही है. इस बार सौदा आर्थिक दृष्टि से लाभदायक साबित होने जा रहा है, इसलिए इसे वाणिज्यिक संभावनाओं से जोड़कर देखने में कोई गुरेज नहीं है और इसमें भारत की प्रगति के सकारात्मक संकेत समाहित हैैं.  

टॅग्स :इसरोनासाअमेरिकाबेंगलुरुरूस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतभारत जल्द ही मेट्रो नेटवर्क की लंबाई के मामले में अमेरिका को छोड़ देगा पीछे, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का दावा

भारतWATCH: भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान की दिशा में बड़ा कदम, इसरो ने 'गगनयान मिशन' की लैंडिंग के लिए जिम्मेदार पैराशूट का किया परीक्षण

टेकमेनियाYouTube down: यूट्यूब हुआ डाउन, भारत और यूएस में हजारों यूजर्स ने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के साथ समस्याओं की शिकायत की

क्राइम अलर्टड्रग्स तस्करी रोकना तो बस एक बहाना है...!

विश्व‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ सम्मान से नवाजा?, पीएम मोदी को अब तक दूसरे देशों में 28 से अधिक उच्चतम नागरिक सम्मान, देखिए लिस्ट

भारत अधिक खबरें

भारतगोवा जिला पंचायत चुनावः 50 में से 30 से अधिक सीट पर जीते भाजपा-एमजीपी, कांग्रेस 10, आम आदमी पार्टी तथा रिवोल्यूश्नरी गोअन्स पार्टी को 1-1 सीट

भारतलोनावला नगर परिषदः सड़क किनारे फल बेचने वालीं भाग्यश्री जगताप ने मारी बाजी, बीजेपी प्रत्याशी को 608 वोट से हराया

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोशल मीडिया ‘इंस्टाग्राम’ पर मिली धमकी, पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी, जुटी जांच में

भारतबृहन्मुंबई महानगरपालिका चुनाव: गठबंधन की कोई घोषणा नहीं?, राज-उद्धव ठाकरे में बातचीत जारी, स्थानीय निकाय चुनावों में हार के बाद सदमे में कार्यकर्त्ता?

भारतबिहार में सत्ताधारी दल जदयू के लिए वर्ष 2024–25 रहा फायदेमंद, मिला 18.69 करोड़ रुपये का चंदा, एक वर्ष में हो गई पार्टी की फंडिंग में लगभग 932 प्रतिशत की वृद्धि