Assembly Polls Dates: महाराष्ट्र-झारखंड के जनादेश का राष्ट्रीय स्तर पर होगा असर?
By राजकुमार सिंह | Updated: October 21, 2024 03:16 IST2024-10-21T03:16:51+5:302024-10-21T03:16:51+5:30
Assembly Polls Dates: 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 81 विधानसभा सीटोंवाले झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में. 23 नवंबर को पता चलेगा कि जनता का आशीर्वाद किसे मिला.

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Assembly Polls Dates: इधर जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में नई सरकार बनी तो उधर महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी बिगुल बज गया. हरियाणा की सत्ता भाजपा यानी राजग को मिली, जबकि जम्मू-कश्मीर की नेशनल काॅन्फ्रेंस यानी इंडिया गठबंधन को. पिछली बार हरियाणा और महाराष्ट्र में साथ विधानसभा चुनाव हुए थे. इस बार हरियाणा के साथ ही महाराष्ट्र में चुनाव न करवाए जाने पर सवाल भी उठे. वैसे महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर तक है, जबकि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल पांच जनवरी, 2025 तक.
288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 81 विधानसभा सीटोंवाले झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में. 23 नवंबर को पता चलेगा कि जनता का आशीर्वाद किसे मिला. दिल्ली के तीन ओर बसा होने तथा अपने हाई प्रोफाइल रियल एस्टेट कारोबार के चलते राष्ट्रीय राजनीति में हरियाणा भी महत्वपूर्ण है.
लेकिन महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई तो देश की आर्थिक राजधानी कही जाती है. मुंबई की महानगर पालिका ‘बीएमसी’ का बजट कई छोटे राज्यों से ज्यादा है इसलिए महाराष्ट्र की सत्ता का बहुआयामी महत्व है. अपार खनिज संपदा के चलते झारखंड राजनीतिक ही नहीं, आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण राज्य है.
झारखंड में महाराष्ट्र की तरह सत्ता परिवर्तन तो नहीं हो पाया, लेकिन राजनीतिक उथल-पुथल चलती रही. आदिवासी सीटों पर फोकस और गठबंधन में टिकट बंटवारे में व्यावहारिक रुख से साफ है कि झारखंड की सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी. भाजपा के आंतरिक सर्वे में झारखंड में चुनावी परिस्थितियां अपेक्षाकृत अनुकूल बताई जाती हैं.
ऐसे में ‘इंडिया’ गठबंधन भी आदिवासी बहुल राज्य झारखंड में सत्ता गंवाने का जोखिम नहीं लेगा. कहना नहीं होगा कि महाराष्ट्र की तरह झारखंड में भी ‘इंडिया’ की बड़ी चुनौती आपस में सीट बंटवारा और फिर सही उम्मीदवारों का चयन होगा. बेशक महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ ही देश भर में दो लोकसभा सीटों और 48 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी होंगे.
इनमें राहुल गांधी के इस्तीफे से खाली वायनाड सीट भी है, जहां से प्रियंका गांधी अपनी चुनावी पारी का आगाज करने जा रही हैं. इन उपचुनावों के परिणाम का भी अपना महत्व होगा, लेकिन महाराष्ट्र और झारखंड के जनादेश का असर राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ेगा, क्योंकि चंद महीने बाद दिल्ली और बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने हैं.