ब्लॉग: केंद्रीय सत्ता का सेमीफाइनल भी हैं ये चुनाव
By राजकुमार सिंह | Updated: October 16, 2023 14:20 IST2023-10-16T14:18:41+5:302023-10-16T14:20:45+5:30
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्ता के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होगा। अपने-अपने गठबंधनों के साथ ये दोनों ही अगले साल होनेवाले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय सत्ता के दावेदार भी हैं।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: पांच राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इन सभी राज्यों के लिए यह चुनाव समान रूप से महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि भावी सरकार का फैसला होगा, लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर खास फोकस रहेगा। जाहिर है, मिजोरम और तेलंगाना में क्षेत्रीय दल क्रमश: मिजो नेशनल फ्रंट और बीआरएस सत्तारूढ़ हैं, और राष्ट्रीय दल कांग्रेस या भाजपा की स्थिति चुनौती देने से ज्यादा नजर नहीं आती। जबकि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्ता के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होगा। अपने-अपने गठबंधनों के साथ ये दोनों ही अगले साल होनेवाले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय सत्ता के दावेदार भी हैं।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ इसलिए भी खास हैं, क्योंकि पिछली बार 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने इनकी सत्ता भाजपा से छीन ली थी। स्पष्ट से भी ज्यादा बहुमत कांग्रेस को सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही मिला था, जहां 15 साल से सत्तारूढ़ भाजपा मात्र 15 सीटों पर सिमट गई थी। राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस बहुमत से कुछ पीछे छूट गई, पर छोटे दलों और निर्दलीयों के जुगाड़ से सरकार बन गई।
राजस्थान में सचिन पायलट के बागी तेवरों के बावजूद अशोक गहलोत पांच साल सरकार चलाने की जादूगरी दिखा गए, लेकिन मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते कमलनाथ सत्ता गंवा बैठे। ये तीनों राज्य राजनीतिक दृष्टि से खास इसलिए भी हैं, क्योंकि 2018 के आखिर में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में जनादेश देने के बाद अप्रैल-मई, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में उससे भी अधिक स्पष्ट जनादेश दे दिया।
इसी साल कांग्रेस के भाजपा से हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक की सत्ता छीन लेने के बाद इन विधानसभा चुनावों का महत्व और बढ़ गया है। ये चुनाव नया विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ बनने तथा भाजपा द्वारा एनडीए को सक्रिय करने के बाद हो रहे हैं, तब भी तीन बड़े राज्यों में मुख्य मुकाबला दोनों बड़े राष्ट्रीय दलों के बीच ही होगा। बेशक गुजरात विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद आप को भी राष्ट्रीय दल का दर्जा मिल गया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में महत्वाकांक्षी आप दांव लगाएगी ही, लेकिन कांग्रेस की सिटिंग सीट पर भी उम्मीदवार उतारने से जाहिर है कि वह विपक्षी वोटों में ही बंटवारा करेगी, जिसका नकारात्मक असर विपक्षी गठबंधन पर पड़े बिना नहीं रहेगा।