कोलकाता नाइट राइडर्स को लगातार दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है और वह इस सिलसिले को तोड़ना चाहेगा। टीम को सुनील नरेन की कमी खलेगी। हालांकि वह बतौर गेंदबाज प्रभावी नहीं रहे, लेकिन टीम को तेजतर्रार शुरुआत देने में सफल रहे हैं। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे निचले क्रम में आंद्रे रसेल जैसे बल्लेबाज को खुलकर खेलने का मौका मिलता है।
शुभमन गिल को प्रमोट करने का निर्णय अच्छा रहा। साथ ही उथप्पा भी बढ़िया शॉट्स खेलकर स्कोर बोर्ड चलायमान रख रहे हैं। हालांकि, दिनेश कार्तिक की विफलता विशेष रूप से महसूस की जा रही है। अब तक देखने में आया है कि जब-जब उन्होंने योगदान दिया है टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रही है।
केकेआर की गेंदबाजी भी चिंता बढ़ाने वाली रही है। कुलदीप यादव को छोड़ प्रसिद्ध कृष्णा समेत सभी खर्चीले रहे हैं। रसेल भी लय हासिल करने के लिए जूझ रहे हैं। पीयूष चावला में भी रोमांच बढ़ाने की क्षमता है। चेन्नई की टीम अंक तालिका में टॉप पर रहने से खिलाड़ियों में आत्मविश्वास झलक रहा है।
इस कामयाबी में डेथ ओवर में शानदार प्रदर्शन है। निर्णायक दौर में टीम का प्रत्येक खिलाड़ी प्रतिष्ठा दांव पर लगाता है। धोनी की बाधाओं पर मात क्षमता ही टीम को लगातार सफलता दिला रही है।
सनराइजर्स-कैपिटल्स मुकाबला भी रोचक हो सकता है। शिखर धवन ने नाबाद रहते हुए दिल्ली को केकेआर के खिलाफ जीत दिलाकर अपनी क्षमता का परिचय दिया है। शिखर के साथ श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत भी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं।
दिल्ली की गेंदबाजी मैच में अंतर पैदा करने वाली है। विकेट से मदद मिलने पर दिल्ली के गेंदबाज विपक्षी बल्लेबाजों को रोक सकते हैं। ईशांत, रबादा और मॉरिस के तेज आक्रमण और डेविड वॉर्नर-जॉनी बेयरेस्टो की बल्लेबाजी के बीच संघर्ष देखने लायक रहेगा। यदि सनराइजर्स हमेशा की तरह शुरुआत करते हैं तो मुकाबला बड़े स्कोर का होगा।