लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: पवन ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद

By नितिन गुप्ता | Updated: October 21, 2023 10:35 IST

वार्षिक पवन ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के साल 2022 में 78 गीगावॉट से साल 2027 में दोगुना होकर 155 गीगावॉट हो जाने की संभावना है।

Open in App
ठळक मुद्देआउटलुक 2023-27 के अनुसार साल 2027 तक 574000 से ज्यादा टेक्नीशियंस की जरूरत होगीइन टेक्नीशियंस के लिए पवन ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण, स्थापना, संचालन में अच्छी खासी जगह हैपवन ऊर्जा साल 2022 से 2027 तक दोगुना होकर 155 गीगावॉट हो जाने की संभावना

ग्लोबल विंड ऑर्गेनाइजेशन (जीडब्ल्यूओ) और ग्लोबल विंड एनर्जी काउंसिल (जीडब्ल्यूईसी) की एक हालिया रिपोर्ट में साल 2027 तक अनुमानित पवन ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण, स्थापना, संचालन और रखरखाव जैसे कार्यों के लिए जरूरी टेक्नीशियंस की तादाद के बारे में पूर्वानुमान लगाया गया है। 

यह रिपोर्ट स्थानीय और राष्ट्रीय सरकारों के सामने अक्षय ऊर्जा के विकास को और बढ़ावा देने के अवसर उपलब्ध कराती है। इससे रोजगार प्रशिक्षण और क्षमता के पुनर्निर्माण के अवसर बढ़ें और ऊर्जा रूपांतरण के लिए एक कार्यकुशल श्रम शक्ति का निर्माण हो।

ग्लोबल विंड वर्कफोर्स आउटलुक 2023-27 के मुताबिक साल 2027 तक पवन ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण, स्थापना, संचालन और रखरखाव के लिए 574000 से ज्यादा टेक्नीशियंस की जरूरत होगी। हालांकि, इस वृद्धि के साथ कदमताल करने के लिए उस श्रम शक्ति का लगभग 43% हिस्सा इस उद्योग में नया होगा। यह कामगार शिक्षा और भर्ती पाइपलाइन से जुड़ेंगे या अपतटीय तेल और गैस जैसे अन्य क्षेत्रों से स्थानांतरित होकर आएंगे।

वार्षिक पवन ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के साल 2022 में 78 गीगावॉट से साल 2027 में दोगुना होकर 155 गीगावॉट हो जाने की संभावना है। इससे अगले मात्र पांच वर्षों के दौरान वैश्विक स्तर पर कुल पवन ऊर्जा क्षमता बढ़कर 1500 गीगावॉट से ज्यादा हो जाएगी।

रिपोर्ट में प्रौद्योगिकीय क्षेत्र में नवोन्मेषी प्रगति और अपतटीय पवन ऊर्जा बाजार में तेजी से हो रही वृद्धि के मद्देनजर अगले 5 सालों के अंदर पवन ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण, स्थापना, संचालन और रखरखाव के लिए जरूरी टेक्नीशियंस की संख्या में 17% की वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है। 

पवन ऊर्जा क्षेत्र के विस्तार में मदद के लिए 84600 अतिरिक्त टेक्नीशियंस की जरूरत पड़ेगी। हालांकि 6% की सामान्य क्षय दर के साथ पवन ऊर्जा उद्योग को वर्ष 2023 से 2027 के बीच इस क्षेत्र से स्वाभाविक रूप से बाहर निकलने वाले टेक्नीशियन का स्थान भरने के लिए 159200 अतिरिक्त टेक्नीशियंस की भर्ती करनी होगी।

अगले 5 वर्षों के दौरान 243800 अतिरिक्त नए टेक्नीशियंस की भर्ती की जरूरत से जाहिर होता है कि परंपरागत क्षेत्र समेत अन्य क्षेत्रों में काम कर रही नई प्रतिभाओं के लिए पवन ऊर्जा क्षेत्र में दाखिल होने के बहुत अच्छे अवसर हैं। इससे जीवाश्म ईंधन से एक न्यायसंगत और समानतापूर्ण ऊर्जा रूपांतरण में पवन ऊर्जा की सहयोगात्मक भूमिका भी जाहिर होती है। 

ग्लोबल विंड वर्कफोर्स आउटलुक 2023-2027 पवन ऊर्जा क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखला में पूर्वानुमानित कर्मियों को भरने के लिए सुरक्षा एवं टेक्निकल ट्रेनिंग क्षमता को बढ़ाने की त्वरित आवश्यकता की जरूरत पर जोर देती है।

टॅग्स :अक्षय ऊर्जाEnergy Department
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारऊर्जा: नागरिकों के अधिकार का विस्तार करती सौर छतें

कारोबारक्या है पीएम-कुसुम योजना?, 2019 में शुरू, कैसे उठाएं फायदा, मोदी सरकार बढ़ा रही समयसीमा?

भारतनवीकरणीय ऊर्जा को लेकर टूट रहीं भ्रांतियां

भारतब्लॉग: ऊर्जा संबंधी जरूरतों को पूरा कर सकती है परमाणु ऊर्जा

कारोबारPM Surya Ghar Yojana: मॉडल गांव बनाओ और 10000000 पाओ, जानें क्या है योजना और कैसे उठाएं फायदा, 800 करोड़ रुपये आवंटित

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

कारोबारRBI Monetary Policy: 25 बेसिस पॉइन्ट की कटौती, लोन में सुविधा; जानें आरबीआई की MPC बैठक की मुख्य बातें

कारोबारShare Market Today: RBI के ब्याज दर कटौती से शेयर बाजार में तेजी, घरेलू शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: टंकी फूल कराने से पहले यहां चेक करें तेल के लेटेस्ट दाम, जानें कहां मिल रहा सस्ता ईंधन

कारोबारGPS Spoofing: 'इसे हल्के में मत लो!' अंकुर चंद्रकांत का अलर्ट हुआ वायरल, कौन हैं निशाने पर?