तेजस्वी यादव ने बनाई नीतीश कुमार से दूरी, बिहार में महागठंधन की सरकार में क्या होगा नया खेला?
By एस पी सिन्हा | Published: December 21, 2023 06:14 PM2023-12-21T18:14:29+5:302023-12-21T18:16:20+5:30
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पिछले 10-15 दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सारे कार्यक्रमों का बहिष्कार कर रखा है। तेजस्वी यादव किसी कार्यक्रम में नहीं शामिल हो रहे हैं, जिसमें नीतीश कुमार जा रहे हैं।
पटना: बिहार में भी क्या खेला होबे? दरअसल, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पिछले 10-15 दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सारे कार्यक्रमों का बहिष्कार कर रखा है। तेजस्वी यादव किसी कार्यक्रम में नहीं शामिल हो रहे हैं, जिसमें नीतीश कुमार जा रहे हैं। ऐसे में इस बात की चर्चा है कि बिहार में कोई खेल जरूर चल रहा है। जानकारों की मानें तो राजधानी पटना मे रहते हुए भी तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ किसी भी कार्यक्रम में जाना पसंद नही कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद नहीं सौंपे जाने से अंदर ही अंदर नाराज चल रहे हैं। शायद यही कारण है कि 12 दिसंबर को पूर्वी चंपारण के केसरिया बौद्ध स्तूप में पर्यटन विभाग का कार्यक्रम था। सरकार ने अखबारों में विज्ञापन छपवाया कि इस कार्यक्रम में नीतीश और तेजस्वी दोनों मौजूद रहेंगे। लेकिन तेजस्वी यादव अपने ही विभाग के इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। 13 दिसंबर को सीतामढ़ी में पुनौरा धाम मंदिर में विकास कार्यक्रमों का शिलान्यास होना था। यह कार्यक्रम भी पर्यटन विभाग का था, जिसके मंत्री तेजस्वी यादव हैं। सरकार ने फिर से विज्ञापन छपवाया कि इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों मौजूद रहेंगे। लेकिन तेजस्वी कार्यक्रम में नहीं गए।
उसी दिन पूर्व मंत्री स्व. रघुनाथ झा और शिवहर सर्किट हाउस के उद्घाटन का भी कार्यक्रम था। कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनर में नीतीश के साथ तेजस्वी का नाम भी छपा था, लेकिन बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उस कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए। 13 और 14 दिसंबर को पटना में हुए इन्वेस्टर्स मीट में भी तेजस्वी नहीं गए। सरकार द्वारा तय कार्यक्रम के मुताबिक 13 दिसंबर को तेजस्वी यादव को देश-विदेश से जुटे उद्योगपतियों के साथ बातचीत का एक सेशन करना था।
14 दिसंबर को फिर अखबारों में विज्ञापन छपा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्योगपतियों को संबोधित करेंगे और तेजस्वी यादव भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। लेकिन तेजस्वी यादव ने 14 दिसंबर को भी इनवेस्टर्स मीट का बहिष्कार कर दिया। 15 दिसंबर को तेजस्वी यादव 15 दिसंबर को एक आईटी कंपनी के छोटे से ऑफिस का उद्घाटन करने पहुंच गए। ऐसे में कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने बिना कहे ही ये संदेश दे दिया कि उन्हें सिर्फ नीतीश कुमार के कार्यक्रम से परहेज है। 16 दिसंबर को नीतीश कुमार पटना के पीएमसीएच का निरीक्षण करने पहुंचे। पीएमसीएच के नये भवन का निर्माण हो रहा है, नीतीश कुमार पहले से कार्यक्रम तय करके वहां गये थे। यह स्वास्थ्य विभाग का कार्यक्रम था, जिसके मंत्री तेजस्वी यादव हैं। लेकिन इस कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ही नहीं पहुंचे।
उसी दिन नीतीश कुमार ने अशोक राजपथ में बन रहे डबल डेकर पुल का निरीक्षण किया। यह पथ निर्माण विभाग का काम है। इस विभाग के मंत्री तेजस्वी यादव हैं। तेजस्वी इसमें भी गैरहाजिर रहे। 18 दिसंबर को नीतीश कुमार ने जनता दरबार लगाया। इस जनता दरबार में जिन विभागों की समस्याओं को सुना जाना था, उसमें पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य और पर्यटन विभाग शामिल था। इन तीनों विभागों के मंत्री तेजस्वी यादव हैं। तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शामिल होने के बजाय दिल्ली रवाना हो गए।
वहीं आज 21 दिसंबर को पटना के वेटनरी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में भी तेजस्वी यादव शामिल नहीं हुए। हालांकि अभी वह दिल्ली में हैं। ऐसे में सवाल यह उठाया जाने लगा है कि क्या बिहार के महागठबंधन में अब बड़ा खेल होने जा रहा है?