बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में दरार! नीतीश ने बुलाई पार्टी की बैठक, ले सकते हैं कोई बड़ा निर्णय

By एस पी सिन्हा | Published: December 20, 2023 05:58 PM2023-12-20T17:58:08+5:302023-12-20T17:59:39+5:30

इंडिया की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली में ही अपने किचन कैबिनेट के लोगों के साथ बैठक की। ललन सिंह से लेकर संजय झा वहां मौजूद थे। उन सब से बातचीत के बाद 29 दिसंबर को पार्टी के तमाम छोटे-बड़े नेताओं को दिल्ली बुला कर राष्ट्रीय पर्षद की बैठक करने का फैसला लिया गया।

Rift in ruling mahagathbandhan in Bihar Nitish called a party meeting can take some big decision | बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में दरार! नीतीश ने बुलाई पार्टी की बैठक, ले सकते हैं कोई बड़ा निर्णय

(फाइल फोटो)

Highlightsनीतीश कुमार ने दिल्ली में ही अपने किचन कैबिनेट के लोगों के साथ बैठक कीललन सिंह से लेकर संजय झा वहां मौजूद थे।नीतीश कुमार ने 29 दिसंबर को दिल्ली में अपनी पार्टी जदयू की बैठक बुलाई

पटना: बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन की सरकार में आ रही विवाद की खबरों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 29 दिसंबर को दिल्ली में अपनी पार्टी जदयू की बैठक बुलाई है। वैसे जदयू ने पहले से ही 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी, लेकिन अब दूसरा फैसला लिया गया है। पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों के साथ साथ छोटे-बड़े 200 से ज्यादा नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। चर्चा यह भी है कि उस दिन पार्टी की ओर से कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। जदयू सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के साथ-साथ राष्ट्रीय पर्षद की भी बैठक बुला ली है।

बता दें कि जदयू के संविधान के मुताबिक किसी भी बड़े फैसले को राष्ट्रीय पर्षद से मुहर लगवाई जाती है। जदयू के एक नेता ने बताया कि 29 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक का मतलब यह है कि राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में पहले कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा और उस पर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मुहर लगवायी जायेगी। यह सारा घटनाक्रम मंगलवार को दिल्ली में इंडिया की बैठक होने के बाद हो रहा है। 

इंडिया की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली में ही अपने किचन कैबिनेट के लोगों के साथ बैठक की। ललन सिंह से लेकर संजय झा वहां मौजूद थे। उन सब से बातचीत के बाद 29 दिसंबर को पार्टी के तमाम छोटे-बड़े नेताओं को दिल्ली बुला कर राष्ट्रीय पर्षद की बैठक करने का फैसला लिया गया। राष्ट्रीय पर्षद की बैठक में सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य, प्रदेश के पदाधिकारी, दोनों सदनों के सांसद, विधायक, विधान पार्षद, जिलाध्यक्ष और प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य शामिल होंगे।

अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या नीतीश कुमार अब बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं। चर्चा इसलिए भी ज्यादा गर्म है क्योंकि लालू-तेजस्वी से नीतीश कुमार का विवाद अब खुल कर सामने आ गया है। मंगलवार को दिल्ली में इंडिया की बैठक के दौरान नीतीश कुमार की लालू-तेजस्वी से सही से दुआ-सलाम तक नहीं हुई। नीतीश कुमार की सीट लालू प्रसाद यादव के बगल में थी। लेकिन पूरी बैठक में नीतीश कुमार ने लालू यादव से कोई बात नहीं की। लालू-तेजस्वी नीतीश कुमार से अलग बैठक में पहुंचे और वैसे ही वहां से रवाना हुए। नीतीश कुमार भी अपने कुनबे के साथ अलग बैठक में पहुंचे थे। नीतीश और लालू-तेजस्वी में से कोई बैठक के बाद हुए प्रेस कांफ्रेंस में शामिल नहीं हुआ। इंडिया की बैठक में नीतीश को संयोजक जैसा कोई पद देने पर भी कोई चर्चा नहीं हुई। पूरी बैठक के दौरान नीतीश अलग थलग ही नजर आए। 

सूत्रों के मुताबिक लालू और तेजस्वी अब नीतीश कुमार पर दबाव बना रहे हैं। दबाव मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने से लेकर अगले लोकसभा चुनाव में जदयू को 7-8 सीटों पर सिमटा देने का है। लेकिन नीतीश अड़ गये हैं। अब नीतीश कुमार ने 29 दिसंबर को पार्टी की बड़ी बैठक बुला ली है। अब आगे होता क्या है, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन सभी की निगाहें नीतीश के अगले कदम पर टिकी हैं।
 

Web Title: Rift in ruling mahagathbandhan in Bihar Nitish called a party meeting can take some big decision

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