विपक्षी एकता की बैठक में नीतीश की नाराजगी की खबरों पर गर्मायी सियासत, ललन सिंह को देनी पड़ी सफाई
By एस पी सिन्हा | Published: July 19, 2023 02:37 PM2023-07-19T14:37:56+5:302023-07-19T14:38:28+5:30
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार क्यों नाराज होंगे? नीतीश कुमार के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। ये सब मीडिया की उपज है।
पटना: बेंगलुरु में हुई विपक्षी एकता की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी से संबंधित चल रही चर्चाओं पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार क्यों नाराज होंगे? नीतीश कुमार के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। ये सब मीडिया की उपज है। नीतीश कुमार खुद इस मुहीम शुरू करने वाले हैं तो फिर नाराज होने की बात कहां से आती है? उल्टा हमलोगों से भाजपा के लोग डरे हुए हैं। इसलिए इस तरह का अफवाह फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी का एक पुराना वीडियो मैंने देखा, जिसमे वह बोल रहे हैं, वोट फॉर इंडिया, तो अब भी वह इंडिया के लिए वोट मांगे और मैदान छोड़कर चले जाएं। ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार तो विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं और सूत्रधार कभी नाराज नहीं होता। "इंडिया" सभी लोगों की सहमति से नाम तय हुआ है।
वहीं, एनडीए की बैठक पर तंज कसते हुए ललन सिंह ने कहा कि हम भी जब एनडीए में रहे, तब कभी प्रधानमंत्री ने बैठक नहीं बुलाई, लेकिन आज वे बैठक कर रहे हैं। ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री हताशा में हैं, परेशान हैं। अब उनकी बौखलाहट देखने को मिल रही है।
वहीं, नीतीश कुमार को संयोजक बनाने की चर्चा को लेकर ललन सिंह ने साफ कर दिया कि अभी इस मामले को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। अब अगली बैठक जब मुंबई में होगी, तब इन बातों पर चर्चा होगी। फिलहाल इसको लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। जो भी होगा सब चीज सबके सामने आ जाएगा।
इसके आलावा पीएम मोदी के तरफ से विपक्ष की बैठक को भ्रष्टाचारी की बैठक बोले जाने को लेकर ललन सिंह ने कहा कि हम लोगों की बैठक को भ्रष्टाचारी की बैठक बोलने से पहले यह याद कर लें कि महाराष्ट्र में किसको अपने साथ लाएं हैं? इन्होंने ही अमेरिका से आने के बाद उनको लेकर क्या बोला था और आज क्या बोलते हैं? इन बातों को याद कर लेना चाहिए।
ललन सिंह ने कहा कि भाजपा पूरी तरह हताश हो चुकी है। यह लोग तो 15 से 16 पार्टी को पूर्वोत्तर राज्य से बुलाया है तो ऐसा बुलावा भेजते रहिए। या आपके हताशा का और घबराहट का परिचारक है। 2024 का चुनाव यह लोग बुरी तरह से हार रहे हैं।