विपक्षी एकता की बैठक में भाग लेने पटना आए नेताओं पर लगा यातायात नियमों का उल्लंघन करने का आरोप, कार्रवाई की मांग, जानें पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Published: June 25, 2023 03:09 PM2023-06-25T15:09:56+5:302023-06-25T15:10:56+5:30
सवर्ण क्रांति सेना ने पटना के यातायात एसपी को शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि विपक्ष की बैठक में पटना आने वाले माननीय के द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन कर सीट बेल्ट नहीं लगाने के मामले में कार्रवाई की जाए।
पटना: विपक्षी एकता की बैठक में भाग लेने के लिए बिहार आने वाले कई नेताओं पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। ऐसे में इनपर कानूनी शिकंजा भी कस सकता है। बता दें कि देश के 15 राजनीतिक दलों के 27 प्रतिनिधियों ने 23 जून को पटना में हुई विपक्ष की बैठक में भाग लिया था। बैठक में भाग लेने के दौरान अधिकांश नेता पटना एयरपोर्ट से अतिथि गृह या बैठक स्थल तक गए। इन्हीं यात्राओं के दौरान नेताओं पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। इसको लेकर पुलिस में शिकायत भी की गई है।
बताया जाता है कि सवर्ण क्रांति सेना ने पटना के यातायात एसपी को शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि विपक्ष की बैठक में पटना आने वाले माननीय के द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन कर सीट बेल्ट नहीं लगाने के मामले में कार्रवाई की जाए।
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में पटना के मुख्यमंत्री आवास मे विपक्षी एकता की बैठक हुई, जिसमें कई राज्य के गणमान्य लोग मौजूद थे। जहां गणमान्य लोगों ने यातायात नियम का पूरी तरह धज्जियां उड़ाई। सवर्ण क्रांति सेना प्रमुख कृष्णा सिंह कल्लू ने पटना पुलिस अधीक्षक, यातायात के कार्यालय में शिकायत आवेदन दिया है। साथ ही जिन नेताओं ने यातायात नियम का उल्लंघन किया था उनकी तस्वीर भी साझा की गई है।
इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बिना सीट बेल्ट बांधे गाड़ी बैठे देखा जा सकता है। सवर्ण क्रांति सेना ने पुलिस को की गई शिकायत में कहा कि इन लोगों पर भी चालान काटे जाने चाहिए।
शिकायतकर्ताओं ने यह भी कहा है कि कुछ सप्ताह पूर्व पटना आए कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एवं भाजपा सांसद मनोज तिवारी के सीट बेल्ट नहीं बांधने पर उनके खिलाफ यातायात उल्लंघन में नियमानुसार कार्रवाई की गई थी। अब वैसी ही कार्रवाई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ होनी चाहिए।