रॉयल एनफील्ड की बाइक्स को मॉडिफाई करा कर लोग अपने मुताबिक उसको लुक देते हैं। हाल ही में रॉयल एनफील्ड की बाइक इंटरसेप्टर 650 का ऐसा ही एक नया रूप देखने को मिला है। इस बाइक में मॉडिफिकेशन के बाद इसे 'नीलकंठ' नाम दिया गया है। बाइक को मॉडिफाई करने में 3 महीने का समय लगा है।
इस बाइक को बाइक्स मॉडिफाई करने वाली एक फर्म TNT ने नया लुक दिया है। नीलकंठ को गोवा में आयोजित राइडर मनिया के दौरान प्रदर्शित किया गया। नीलकंठ को रॉयल एनफील्ड की इंटरसेप्टर 650 (Interceptor 650) बाइक को मॉडिफाई कर नया लुक दिया गया है।
इंटरसेप्टर के नए अवतार नीलकंठ में 23 इंच के एलॉय व्हील का प्रयोग किया गया है। इसके हेडलैंप, फ्यूल टैंक को भी बेहतरीन तरीके से कस्टमाइज किया गया है। इंजन को कवर करते हुए क्रोम गार्ड का प्रयोग किया गया है।
मॉडिफाई इंटरसेप्टर के साइड बॉडी पैनल पर 'नीलकंठ' नाम लिखा गया है। इसके साइड में हैवी बैगर्स लगाए गए हैं जो इसके लुक को और आकर्षक बनाते हैं। बाइक में कस्टमाइज क्रोम हैंडलबार दिए गए हैं। एक बात का खास तौर पर ध्यान दिया गया है कि बाइक को कस्टमाइज करने में इसके मैकेनिज्म में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस कस्टमाइज बाइक में कुल 16 लाख रुपये का खर्च आया है।
हालांकि ये बात रॉयल एनफील्ड को भी अच्छे से पता है कि लोग उसकी बाइक्स को कई तरह से कस्टमाइज कराते हैं तभी कंपनी ने हाल ही में एक प्रोग्राम 'मेक योर ऑन' नाम से एक प्रोग्राम लॉन्च किया था। इस प्रोग्राम के जरिये लोग सीधे रॉयल एनफील्ड कंपनी से ही अपनी पसंद की कस्टमाइज बाइक बनवा सकते हैं। कंपनी से ही बाइक को कस्टमाइज करवाने का एक फायदा यह भी होता है कि आपकी वारंटी को कोई नुकसान नहीं होता। साथ ही रॉयल एनफील्ड उन प्रॉडक्ट्स पर 2 साल की वारंटी भी दे रही है जो आप कस्टमाइजेशन के लिये इस्तेमाल करते हैं।देखें असली इंटरसेप्टर 650
कई बार ऐसा होता है कि लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि बाइक्स या कार में बाहर से किसी भी तरह का कोई बदलाव कराने पर कंपनी उनकी वारंटी खत्म कर देती हैं। ऐसे में किसी भी नई बाइक या कार को कस्टमाइज कराते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपकी वारंटी पर इसका कोई प्रभाव न पड़े।