हाईवे के टोल टैक्स, मॉल में कार पार्किंग, एयरपोर्ट और प्राइवेट पार्किंग के लिए अभी तक सभी जगह अलग-अलग टिकट के लिए पैसे देने होते थे। टिकट और पैसे के लेनदेन में लंबी लाइन लगती थी। कई बार ये लंबा इंतजार जाम का कारण बन जाता है। अब लोगों को अलग-अलग टिकट कटाने और पैसे देने से जल्द ही छुटकारा मिलने जा रहा है।
अब पार्किंग के लिए फास्टैग (FASTag) का इस्तेमाल करने की सुविधा मिलने जा रही है। मंगलवार को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने कहा कि वह एक अंतर प्रणाली सिस्टम को पेश करेगा, जिससे फास्टैग का इस्तेमाल मॉल, हवाई अड्डों और प्राइवेट पार्किंग में किया जा सकेगा।
फास्टैग की सुविधा से लोगों को इन सभी जगहों पर पार्किंग के टिकट के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इससे लोगों का समय बचेगा और पैसा भी फास्टैग से कट जाएगा। इसके साथ ही जाम के झाम से भी राहत मिलेगी। फास्टैग की सुविधा को सबसे पहले टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम को कम करने के लिए लाया गया था। दरअसल पहले टोल टैक्स के लिए टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी लाइनें लगती थीं। इससे कई बार जाम भी लग जाता था।
गाड़ी खड़ी रहने के दौरान पेट्रोल-डीजल की भी खपत होती थी। ऐसे में फास्टैग की सुविधा दी गई। इससे टोल प्लाजा से कार गुजरते ही अपने आप टोल टैक्स कट जाता है।
हैदराबाद एयरपोर्ट पर शुरू हुई सुविधानेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का कहना है कि हैदराबाद एयरपोर्ट पर फास्टैग की सुविधा को लोगों की तरफ से अच्छा रिस्पॉस मिल रहा है। अब इसे देश के अन्य बड़े शहरों में भी लागू किया जा रहा है। बता दें कि नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन मौजूदा समय में हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लागू है।
इन शहरों में मिलेगी सुविधानेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने कहा कि फास्टैग सर्विस को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरू जैसे बड़े शहरों में मॉल, एयरपोर्ट और प्राइवेट पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। इससे कांटैक्टलेस पार्किंग संभव होगी।
फास्टैगफास्टैग को गाड़ी के विंडशील्ड पर लगाया जाता है। यह रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नॉलॉजी (RFID) से लैस टैग होता है। इससे लोगों को टोल प्लाजा पर अपनी कार रोकना नहीं पड़ता और फास्टैग से टोल टैक्स खुद से ही कट जाता है। फास्टैग का इस्तेमाल टोल शुल्क लेने के लिए सीधे प्रीपेड वॉलेट या उससे जुड़े बैंक खाते से किया जाता है।