निसान और डैटसन कारों की बढ़ेगी कीमत, 5 परसेंट तक होगी बढ़ोतरी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 11, 2019 14:52 IST2019-12-11T14:52:45+5:302019-12-11T14:52:45+5:30
निसान से पहले ही मारुति, ह्युंडई, महिंद्रा जैसी बड़ी कार निर्माता कंपनियां कारों की कीमत बढ़ाने की घोषणा कर चुकी हैं। इसके पीछे कंपनियों ने कच्चे माल की बढ़ती लागत, रुपये की गिरती कीमत को बड़ा कारण बताया है।

प्रतीकात्मक फोटो
वाहन निर्माता कंपनी निसान मोटर इंडिया ने बुधवार को कहा कि वह अगले महीने से अपने वाहनों की कीमतें पांच प्रतिशत तक बढ़ाने वाली है। कंपनी ने कहा कि निर्माण की लागत में हुई वृद्धि के असर को कम करने के लिये उसे वाहनों के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि संशोधित कीमतें निसान और डैटसन के सभी मॉडलों पर जनवरी 2020 से लागू होंगी।
निसान मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक राकेश श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘मौजूदा चुनौतीपूर्ण बाजार परिस्थितियों के मद्देनजर लागत बढ़ने के कारण हम निसान और डैटसन के सभी मॉडलों की कीमतें बढ़ाने के लिये मजबूर हैं।’’ मारुति सुजुकी, हुंदै मोटर इंडिया और टाटा मोटर्स जैसी कंपनियां पहले ही जनवरी से वाहनों के दाम बढ़ाने की घोषणा कर चुकी हैं।
ह्युंडई का कहना है कि उत्पादन लागत में बढ़ोतरी के मद्देनजर वह अगले महीने से अपने सभी कैटेगरी के कारों की कीमत बढ़ाएगी। ह्युंडई मोटर इंडिया लि. (एचएमआईएल) ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, कीमतों में बढ़ोतरी मॉडल और ईंधन प्रकार के हिसाब से भिन्न-भिन्न होगी।
हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया है कि किस मॉडल के दाम में कितनी वृद्धि होगी। कंपनी ने कहा कि उत्पादन लागत में बढ़ोतरी तथा सामान महंगा होने की वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है। कंपनी कीमत वृद्धि के ब्योरे पर काम कर रही है। उसके बाद वह बताएगी कि किस मॉडल के दाम में कितनी बढ़ोतरी होगी।
इससे पहले मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स भी जनवरी से अपने वाहनों के दाम बढ़ाने की घोषणा कर चुकी हैं। इसी के साथ नए साल की शुरुआत के साथ ही कार खरीदने वालों को झटका लगेगा। कारों की कीमत में वृद्धि के पीछे भारी छूट में कार बेचने से प्रॉफिट मार्जिन घटा है और कच्चे माल की बढ़ी कीमत को भी एक कारण बताया जा रहा है।
मारुति सुजुकी, महिंद्रा, फोर्ट, टोयोटा, मर्सिडीज बेंज और ऑडी ने जनवरी 2020 से कारों की कीमत बढ़ाने की बात कही है। कार निर्माता कंपनियों ने इकॉनॉमिक टाइम्स से बताया कि कारों की कीमत बढ़ाने के पीछे रुपये का कमजोर होना भी है।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने बताया कि कच्चे माल की कीमत बढ़ने से उत्तपादन लागत बढ़ी है और यह कारों की कीमत बढ़ने के कारणों में से एक है। फोर्ड इंडिया के स्पोक्सपर्सन ने कहा कि कंपनी ने 1 से 3 परसेंट तक कीमत बढ़ाने का फैसला किया है। मर्सिडीज बेंज ने भी कहा है कि वित्त को स्वस्थ रखने के लिये कीमतों में वृद्धि जरूरी है। वहीं ऑडी ने कहा कि वह 1 परसेंट तक कीमतों में वृद्धि करेगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)