महिला एशिया कप हॉकीः फाइनल में 4-1 से हार और टीम इंडिया ने विश्व कप में सीधे प्रवेश का मौका गंवाया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 14, 2025 20:42 IST2025-09-14T20:41:25+5:302025-09-14T20:42:49+5:30
Women's Asia Cup Hockey: पुरुष टीम ने इस महीने की शुरुआत में राजगीर में हुए एशिया कप के फाइनल में कोरिया को 4 . 1 से हराकर खिताब जीतने के साथ विश्व कप के लिये क्वालीफाई किया था।

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हांगझोउः एक गोल से बढ़त बनाने के बावजूद आखिरी क्वार्टर में लय खोने वाली भारतीय टीम दुनिया की चौथे नंबर की टीम चीन से महिला एशिया कप हॉकी फाइनल में रविवार को 1 . 4 से हारकर अगले साल होने वाले विश्व कप के लिये सीधे क्वालीफाई करने से भी चूक गई । विश्व रैंकिंग में नौवे स्थान पर काबिज भारतीय टीम के पास अगले साल अगस्त में बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिये सीधे क्वालीफाई करने का यह सुनहरा मौका था । पुरुष टीम ने इस महीने की शुरुआत में राजगीर में हुए एशिया कप के फाइनल में कोरिया को 4 . 1 से हराकर खिताब जीतने के साथ विश्व कप के लिये क्वालीफाई किया था। भारत ने आक्रामक शुरुआत करके पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर नवनीत कौर के गोल के दम पर बढ़त बना ली।
चीन को इसके बाद लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका। दूसरे क्वार्टर में 21वें मिनट में जिशिया यू ने चीन के लिये बराबरी का गोल दागा । वहीं 41वें मिनट में होंग ली ने गोल करके चीन को बढ़त दिलाई । आखिरी क्वार्टर में मेइरोंग जू ने 51वें मिनट में तीसरा और जियाकी झोंग ने 53वें मिनट में चौथा गोल दागकर चीन को तीसरा एशिया कप खिताब और विश्व कप में जगह दिलाई।
भारत की शुरूआत काफी आक्रामक रही और मैच के 39वें सेकंड में ही पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर नवनीत ने गोल भी किया । इसके तीन मिनट बाद चीन को बराबरी का मौका मिला जब उसे लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारतीय डिफेंडर काफी चुस्त थे । पहला गोल गंवाने से सकते में आई चीन की टीम ने बेहद आक्रामक खेल दिखाते हुए लगातार भारतीय गोल पर हमले बोले ।
दूसरे क्वार्टर के दो मिनट के भीतर चीन को फिर दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका । लगातार हमलों का फायदा उसे 21वें मिनट में मिला जब जिशिया ने पेनल्टी कॉर्नर पर बराबरी का गोल दागा । इसके बाद चीन का आत्मविश्वास बढा और भारतीय डिफेंस पर उसने लगातार दबाव बनाये रखा । हाफटाइम तक स्कोर 1 . 1 से बराबरी पर था ।
भारत ने दूसरे हाफ में आक्रामक खेल तो दिखाया लेकिन नतीजा नहीं मिल सका । चीन के डिफेंडरों ने गेंद अपने सर्कल में घुसने ही नहीं दी । इस बीच तीसरे क्वार्टर के चौथे ही मिनट में होंग ली ने शानदार फील्ड गोल करके चीन को बढत दिला दी । एक गोल से पिछड़ने के बाद भारत ने चौथे और आखिरी क्वार्टर में बहुत प्रयास किया लेकिन चीनी डिफेंस को भेद नहीं सके ।
चीन ने आखिरी क्वार्टर में दो मिनट के भीतर दो और गोल कर दिये । मेइरोंग ने 51वें मिनट में और झोंग ने दो मिनट बाद फील्ड गोल करके अपनी टीम को 4 . 1 से जीत दिलाई । चीन ने इससे पहले 1989 में हांगकांग और 2009 में बैंकाक में एशिया कप जीता था ।
भारत को अपनी अनुभवी गोलकीपर सविता और पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ दीपिका की कमी फाइनल में खली । दोनों चोट के कारण यह टूर्नामेंट नहीं खेल सकी थी । वहीं मुमताज खान, लालरेम्सियामी और सुनेलिटा टोप्पो फाइनल में अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकीं । भारत को अब विश्व कप में जगह बनाने के लिये क्वालीफायर खेलने होंगे ।