Israel-Hamas War: कौन है याह्या सिनवार जिसे इजराइल दुश्मन नंबर-1 मानता है, 22 साल रहा इजराइल की जेल में
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: October 16, 2023 16:28 IST2023-10-16T16:27:55+5:302023-10-16T16:28:48+5:30
1988 में सिनवार को दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों की हत्या में उसकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था। उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। उसने 22 साल जेल में बिताए और 2011 में कैदी अदला-बदली सौदे में रिहा कर दिया गया।

सिनवार हमास में नेतृत्व में नंबर 2 है
Israel-Hamas War: इसराइल के शहरों पर हमास के चौंकाने वाले हमले के बाद से एक नाम काफी चर्चा में है। ये नाम है याह्या सिनवार का। इजरायली अधिकारियों ने सिनवार को "बुराई का चेहरा" कहा है और उस पर उन हमलों की साजिश रचने का आरोप लगाया है जिनमें 1,300 इजरायली मारे गए थे।
इजराइल गाजा पट्टी में जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है। उसका सबसे बड़ा लक्ष्य याह्या सिनवार को खत्म करना है। इजराइली सेना पहले ही कह चुकी है कि सिनवार और उनकी टीम हमारी नजरों में हैं।
Yahya Sinwar is a direct enemy of the State of Israel and his genocidal terrorist organization—Hamas—is a threat to the entire world. pic.twitter.com/mYCgcOgjpX
— Israel Defense Forces (@IDF) October 16, 2023
कौन है याह्या सिनवार
1962 में जन्मे सिनवार दक्षिण गाजा के खान यूनिस शहर में पले-बढ़े। तब गाजा पर मिस्र का नियंत्रण था। इज़रायली सेनाएं सिनवार को उसके गृहनगर के नाम पर "खान यूनिस का कसाई" कहती हैं। रिपोर्टों के अनुसार, सिनवार का परिवार पहले अश्कलोन में बसा था, जो अब दक्षिण इजराइल में है, लेकिन 1948 में इजराइल द्वारा अश्कलोन, जिसे पहले अल-मजदल के नाम से जाना जाता था, पर नियंत्रण करने के बाद उन्हें गाजा में स्थानांतरित होना पड़ा। सिनवार के पास गाजा में इस्लामिक विश्वविद्यालय से अरबी अध्ययन में स्नातक की डिग्री है।
याह्या सिनवार ने कुल मिलाकर लगभग 24 साल जेल में बिताए हैं। उसे पहली बार 1982 में आतंकी गतिविधियों के लिए गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद के वर्षों में, सलाह शेहादे के साथ गठजोड़ किया, जिसने फिलिस्तीनी आंदोलन के दौरान इज़राइल के जासूसों को निशाना बनाया। शेहादे को 2002 में इज़राइली सेना ने गोली मार दी थी, जब वह हमास की सैन्य शाखा का नेतृत्व कर रहा था।
1988 में सिनवार को दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों की हत्या में उसकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था। उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। 2006 में, हमास की सैन्य शाखा इज़ एड-दीन अल-क़सम ब्रिगेड की एक टीम ने इज़राइल क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए एक सुरंग का इस्तेमाल किया और एक सेना चौकी पर हमला किया। उन्होंने दो इज़रायली सैनिकों को मार डाला, कई को घायल कर दिया और एक सैनिक गिलाद शालित को पकड़ लिया। शालित पांच साल तक कैद में था। उन्हें 2011 में कैदी अदला-बदली सौदे में रिहा कर दिया गया था। शालित की रिहाई के लिए, इजराइल ने 1,027 फ़िलिस्तीनी और इजराइली अरब कैदियों को मुक्त कर दिया। बदले में रिहा किए गए कैदियों में से एक याह्या सिनवार भी था। उसने 22 साल जेल में बिताए थे।
रिहाई के बाद सिनवार हमास के सैन्य विंग में अहम भूमिका निभाने लगा। 2015 में सिनवार को अमेरिका की वांछित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया। 2017 में सिनवार को गाजा में हमास का प्रमुख चुना गया था। सिनवार हमास में फिलहाल संगठन के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह के बाद नेतृत्व में नंबर 2 है।