मॉस्को: यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूस ने कहा है कि यूक्रेन की सेना के सकारात्मक प्रतिक्रिया देने, प्रतिरोध खत्म करने और हथियार डालने के बाद मास्को यूक्रेन के साथ किसी भी क्षण बातचीत के लिए तैयार है। वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सेना से देश में तख्तापटल करने को भी कहा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार पुतिन ने यूक्रेन की सेना से कहा- 'सत्ता अपने हाथ में ले लो।'
दूसरी ओर यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को दावा किया कि लड़ाई में रूस के 1000 से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं। मंत्रालय की ओर से कहा गया, 'रूस अपनी स्थापना के बाद से अपने किसी भी सशस्त्र संघर्ष में लड़ाई के दौरान इतना हताहत नहीं हुआ था।'
वहीं, रूस की समाचार एजेंसी ‘तास’ के मुताबिक दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीपीआर) के उप विदेश मंत्री सर्गेई पेरसाडा और लुहांस्क पीपुल्स रिपब्लिक (एलपीआर) के विदेश मंत्री व्लादिस्लाव डेनेगो के साथ बातचीत के बाद लावरोव ने यूक्रेन से बातचीत के संकेत दिए।
पुतिन ने दी थी दो क्षेत्रों को मान्यता
पुतिन ने 21 फरवरी को यूक्रेन के दो क्षेत्रों की ‘स्वतंत्रता’ को मान्यता देते हुए डीपीआर और एलपीआर के नेताओं के साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए थे।
समाचार एजेंसी ‘तास’ के मुताबिक लावरोव ने कहा है, ‘यूक्रेन के सैन्य बलों ने हमारे राष्ट्रपति के आह्वान का जवाब दिया तो हम किसी भी समय बातचीत करने के लिए तैयार हैं। वे अपना प्रतिरोध समाप्त करें और अपने हथियार डाल दें। कोई भी उन पर हमला करने और प्रताड़ित करने की योजना नहीं बना रहा है, उन्हें अपने परिवारों के पास वापस जाने दें और हमें, यूक्रेन के लोगों को अपना भविष्य तय करने का मौका दें।’
राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार सुबह टेलीविजन पर संबोधन में घोषणा की थी कि डोनबास रिपब्लिक के प्रमुख के अनुरोध के जवाब में उन्होंने उन लोगों की रक्षा के लिए एक विशेष सैन्य अभियान चलाने का निर्णय लिया है जो आठ साल से यूक्रेन के शासन के ‘दुर्व्यवहार और नरसंहार से पीड़ित हैं।’
पुतिन ने कहा था कि रूसी सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेन का ‘विसैन्यीकरण’ सुनिश्चित करना है। पुतिन ने यूक्रेन के सैनिकों से ‘तुरंत हथियार डालने और घर लौटने’ का भी आग्रह किया।
(भाषा इनपुट)