लाइव न्यूज़ :

Bangladesh Unrest: शेख हसीना के आरोपों को अमेरिका ने खारिज किया, बांग्लादेश के हालात पर निगरानी जारी रखेगा व्हाइट हाउस

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 13, 2024 10:21 IST

Bangladesh Unrest: मीडिया को संबोधित करते हुए, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि हमारी इसमें कोई संलिप्तता नहीं है। संयुक्त राज्य सरकार के इन घटनाओं में शामिल होने की कोई भी रिपोर्ट या अफवाह पूरी तरह से झूठी है। यह सच नहीं है।

Open in App
ठळक मुद्देबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के आरोपों पर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी हैशेख हसीना के आरोपों को अमेरिका ने खारिज कियाव्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि हमारी इसमें कोई संलिप्तता नहीं

Bangladesh Unrest:बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के आरोपों पर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी है।  बड़े विरोध-प्रदर्शनों के बाद देश छोड़ने पर मजबूर हुई शेख हसीना ने कथित रूप से ये दावा किया था कि देश में जारी उथल-पुथल के पीछे अमेरिका का हाथ हैं। हसीना के अनुसार अगर उन्होंने सेंट मार्टिन द्वीप की संप्रभुता को छोड़ दिया होता और अमेरिका को बंगाल की खाड़ी पर हावी होने दिया होता तो वे सत्ता में बनी रह सकती थीं।

अब  व्हाइट हाउस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। मीडिया को संबोधित करते हुए, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि हमारी इसमें कोई संलिप्तता नहीं है। संयुक्त राज्य सरकार के इन घटनाओं में शामिल होने की कोई भी रिपोर्ट या अफवाह पूरी तरह से झूठी है। यह सच नहीं है। 

बता दें कि  शेख हसीना देश छोड़ने से पहले राष्ट्र के नाम अपना संबोधन रिकॉर्ड करना चाहती थीं। लेकिन आनन-फानन में निकलने के कारण वह ऐसा नहीं कर सकीं। बाद में उनके करीबी सूत्रों के माध्यम से उनकी बात मीडिया में आई। बांग्लादेश छोड़ने से पहले अवामी लीग नेता ने अपने करीबी सहयोगी से कहा कि विरोध प्रदर्शनों के पीछे संयुक्त राज्य अमेरिका का हाथ है, जिसने अब तक 200 से अधिक लोगों की जान ले ली है और इसका कोई अंत नहीं दिख रहा है।

उनके करीबी सहयोगी के अनुसार शेख हसीना ने कहा, "मैंने इस्तीफा इसलिए दिया ताकि मुझे शवों का जुलूस न देखना पड़े। वे छात्रों की लाशों पर सत्ता में आना चाहते थे, लेकिन मैंने ऐसा नहीं होने दिया। मैंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मैं सत्ता में बनी रह सकती थी अगर मैंने सेंट मार्टिन द्वीप की संप्रभुता को त्याग दिया होता और अमेरिका को बंगाल की खाड़ी पर अपना दबदबा बनाने दिया होता। मैं अपने देश के लोगों से विनती करती हूं कि कृपया कट्टरपंथियों के बहकावे में न आएं।"

अब अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा है कि अमेरिका बांग्लादेश के हालात पर निगरानी जारी रखेगा। उसने इस बात पर भी बल दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकार के मुद्दों पर स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते रहेंगे।

टॅग्स :बांग्लादेशशेख हसीनाअमेरिकाजो बाइडन
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

विश्वTrump Health Report: व्हाइट हाइस ने जारी किया राष्ट्रपति ट्रंप का एमआरआई स्कैन, जानें हेल्थ रिपोर्ट में क्या आया सामने

विश्वअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए दो तीखे लाल मिर्च..!

विश्वजमीन घोटाला केसः शेख हसीना को 5, बहन शेख रेहाना को 7 और भांजी ब्रिटिश सांसद ट्यूलिप सिद्दीक को 2 साल की सजा, बांग्लादेश अदालत फैसला

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका