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अमेरिकी सांसद ने बांग्लादेश से धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया

By भाषा | Updated: November 3, 2021 20:35 IST

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ललित के झा

वाशिंगटन, तीन नवंबर अमेरिका में कांग्रेस (संसद) के एक सदस्य ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों की कड़ी निंदा करते हुए ढाका में शेख हसीना नीत सरकार से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की गुजारिश की।

बांग्लादेश में सोशल मीडिया पर कथित ईशनिंदा संबंधी पोस्ट सामने आने के बाद हिंसक भीड़ ने अक्टूबर में कुछ हिंदू मंदिरों पर हमला किया था। भीड़ ने बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों को नुकसान पहुंचाया था और कुछ मकानों को आग लगा दी थी।

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पॉल गोसर ने अपनी टिप्पणी में कहा, “हिंदू मंदिरों, व्यवसायों और घरों पर कई हमलों का दस्तावेजीकरण किया गया है।” एरिज़ोना से कांग्रेस के सदस्य ने उन लोगों के कृत्यों की कड़ी निंदा की जिन्होंने सिर्फ इसलिए दूसरों को नुकसान पहुंचाया क्योंकि उनकी धार्मिक मान्यता अलग हैं।

गोसर ने कहा, “मैं आज बांग्लादेश में हिंसक धार्मिक उत्पीड़न के पीड़ितों का समर्थन करने के लिए खड़ा हुआ हूं। मुझे बताया गया है कि करीब 1.4 करोड़ लोग सिर्फ अपनी हिंदू आस्था की वजह से धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बांग्लादेश की सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई के बिना बंद नहीं होगा।

उन्होंने कहा, “ सभी सरकारों का फर्ज है कि वे अपने नागरिकों की रक्षा करें और उपासना की स्वतंत्रता को बढ़ावा दें। मैं सरकार से आह्वान करता हूं कि वह अपनी सीमाओं के अदंर, हिंसा को रोकने और धार्मिक अल्पसंख्यक आबादी का संरक्षण करने के लिए हर प्रयास करें।”

गोसर ने कहा कि अपने लोगों की रक्षा के लिए, सरकार को उन चरमपंथी समूहों को प्रतिबंधित करना चाहिए जो देश के राजनीतिक, सामाजिक, कानूनी और धार्मिक मामलों पर हिंसक प्रभाव डालते हैं। सांसद ने कहा, “ तभी बांग्लादेश में शांति और धार्मिक स्वतंत्रता बहाल हो सकती है।”

उन्होंने कहा, “ अमेरिका और बांग्लादेश में दोस्ती है और इनके लोगों के बीच गहरे रिश्ते हैं। बांग्लादेश की तरह ही अमेरिका में भी धार्मिक अल्पसंख्यक हैं।” उन्होंने कहा कि फलने-फूलने और समृद्ध होने के लिए, सभी लोगों की संपत्ति और उनके जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।

गोसर ने कहा, “मैं बांग्लादेश की सरकार को अपने धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए प्रोत्साहित करता हूं और इसमें मदद के लिए अमेरिका के पूर्ण समर्थन की पेशकश करता हूं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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