कोसोवो की संसद में हंगामा; पीएम एल्बिन कुर्ती पर पानी फेंके जाने के बाद आपस में भिड़े सांसद
By अंजली चौहान | Updated: July 14, 2023 09:33 IST2023-07-14T09:17:54+5:302023-07-14T09:33:07+5:30
कोसोवो की डेमोक्रेटिक पार्टी के विधायक मर्गिम लुश्ताकु जब प्रधानमंत्री एल्बिन कुर्ती बोल रहे थे तो उनके पास पहुंचे और उन पर पानी फेंक दिया, जिससे विवाद शुरू हो गया।

फोटो क्रेडिट- ट्विटर
प्रिस्तीना: कोसोवो की संसद में हंगामें का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे संसद में बैठे सांसद आपस में भिड़ गए। इस विवाद में पुरुष सांसदों के बीच महिला सांसद भी दिखी जिनके साथ धक्का-मुक्की की गई।
बताया जा रहा है कि कोसोवो की संसद जब प्रधानमंत्री एल्बिन कुर्ती खड़े होकर भाषण दे रहे थें तभी विपक्ष के नेता ने उन पर आकर पानी फेंक दिया। पानी फेंकते ही अन्य सांसद इसे रोकने के लिए फौरन खड़े हुए और विपक्षी नेता को रोकने में जुट गए।
इस दौरान एक महिला सांसद भी इसमें शामिल हुई और विपक्षी सांसद को रोकने लगी। हालांकि, विपक्षी सांसद ने महिला सांसद को धक्का दिया और अन्य सांसदों से भिड़ गया।
देखते ही देखते संसद भवन जंग के मैदान में तब्दील हो गया और इसमें सभी सांसद शामिल हो गए। इस दौरान सांसदों के बीच आपस में धक्का-मुक्की हुई जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि कोसोवो के पीएम इस घटना के वक्त खड़े होकर सांसदों के बीच देश के उत्तर में जातीय सर्बों के साथ तनाव कम करने के लिए सरकारी उपायों के बारे में बोल रहे थे।
कोसोवो के विपक्षी दलों ने उत्तर में कुर्ती की नीतियों की आलोचना की है, जिससे प्रमुख पश्चिमी सहयोगियों के साथ संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं।
अमेरिका और यूरोपीय संघ ने स्थिति को शांत करने में मदद के लिए कुर्ती पर दबाव डाला है। मई में हिंसा तब भड़क उठी जब पुलिस समर्थित जातीय अल्बानियाई मेयरों ने चुनाव के बाद पदभार संभाला, जिसका क्षेत्र में जातीय सर्ब बहुमत ने व्यापक रूप से बहिष्कार किया था।
स्थानीय सर्ब और कोसोवो पुलिस और नाटो के नेतृत्व वाले शांति सैनिकों के बीच झड़पों में दर्जनों लोग घायल हो गए, जिससे 1998-99 जैसे संघर्ष की आशंका बढ़ गई, जिसमें 10,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
Brawl erupts in Kosovo parliament 7/13 pic.twitter.com/sTjqq3prZG
— CtrlAltDelete (@TakingoutTrash7) July 13, 2023
बुधवार को पीएम कुर्ती ने घोषणा की कि वह उत्तरी कोसोवो में जातीय सर्ब-बहुल क्षेत्रों में चार नगरपालिका भवनों के बाहर तैनात विशेष पुलिस अधिकारियों की संख्या कम कर देंगे और प्रत्येक शहर में नए मेयर चुनाव कराएंगे।
इस फैसले के कारण विपक्षी दलों में आक्रोश फैल गया और वह नाराज हो गए। जिसके कारण गुरुवार को संसद में भारी हंगामा देखने को मिला। विपक्ष का कहना है कि पीएम कुर्ती ने महीनों तक "प्रयोग" किया और कोसोवो की अंतरराष्ट्रीय स्थिति को खतरे में डाल दिया और बाद में पीछे हट गए।
स्थानीय मीडिया ने कहा कि अराजकता के दौरान पीएम कुर्ती को असेंबली हॉल से बाहर ले जाया गया। पीएम कुर्ती ने कहा है कि वह पुलिस और नए जातीय अल्बानियाई मेयरों की तैनाती के साथ उत्तरी कोसोवो में कानून और व्यवस्था लागू कर रहे हैं। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने उनसे स्थिति का समाधान होने तक मेयरों को उत्तर से दूर रखने का आग्रह किया था।
बता दें कि कोसोवो सर्बिया का एक पूर्व प्रांत है, जिसकी 2008 की स्वतंत्रता की घोषणा को बेलग्रेड मान्यता नहीं देता है। कोसोवो में अधिकांश जातीय सर्बों ने भी कोसोवो के राज्य का दर्जा स्वीकार करने से इनकार कर दिया है, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और अधिकांश यूरोपीय संघ के देशों का समर्थन प्राप्त है, लेकिन रूस और चीन का नहीं।