भारत में रह रहीं यूक्रेन की फिल्म निर्माता ने कहा- हम जानते हैं कि किसलिए संघर्ष कर रहे हैं, 20वीं सदी वाली गलती दोहराई जा रही
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 27, 2022 11:08 IST2022-02-27T11:00:58+5:302022-02-27T11:08:10+5:30
यूक्रेन की राजधानी कीव में पली-बढ़ीं फिल्म निर्देशक, स्क्रीनराइटर और निर्माता डार गाई हाल ही में दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म 'गहराईयां' से जुड़ी थीं जिसके साथ वह इंटीमेसी डायरेक्टर के रूप में काम कर रही थीं।

भारत में रह रहीं यूक्रेन की फिल्म निर्माता ने कहा- हम जानते हैं कि किसलिए संघर्ष कर रहे हैं, 20वीं सदी वाली गलती दोहराई जा रही
नई दिल्ली: एक तरफ जहां यूक्रेन, रूस के हमलों का सामना कर रहा है तो वहीं राजधानी कीव में पली-बढ़ीं फिल्म निर्देशक, स्क्रीनराइटर और निर्माता डार गाई भारत में हैं और उनका कहना है कि हम अपनी आजादी से प्यार करते हैं और जानते हैं कि किसलिए संघर्ष कर रहे हैं।
न्यूज 9 की रिपोर्ट के अनुसार गाई हाल ही में दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म 'गहराईयां' से जुड़ी थीं जिसके साथ वह इंटीमेसी डायरेक्टर के रूप में काम कर रही थीं। इसके साथ ही वह 'सरला', 'तीन और आधा' और 'नामदेव भाउ: इन सर्च ऑफ साइलेंस' जैसी फिल्मों से भी जुड़ी रही हैं।
गाई का परिवार खुद एक मेट्रो स्टेशन के बंकर में छिपा है और उनके निकलने का कोई रास्ता नहीं है। वहीं, उनके कई रिश्तेदारों और दोस्तों ने संकट के समय अपना शहर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
गाई को अभी चल रहे इंटरनेट जैसे संचार माध्यमों को भी रूसी सेना द्वारा नुकसान पहुंचाए जाने की आशंका है। उन्होंने यह भी कहा कि हम न तो डरकर चुप बैठेंगे और न ही अपने बच्चों को घरों में कैद करेंगे बल्कि सड़क पर उतरकर अपनी आवास उठाएंगे और दुनिया को बताएंगे।
वह कहती हैं कि भारत उतना ही मेरा देश है जितना यूक्रेन है। उन्हें यहां के लोगों से भरपूर मदद मिल रही है और इस संकट की घड़ी में लोग उनके साथ हैं।
वहीं, वह कहती हैं कि उनके कुछ रूसी दोस्त तानाशाही के डर से अपनी आवाज उठाने में डर रहे हैं जबकि कुछ लोग यह जानते हुए भी उन्हें सजा हो सकती है या जेल भेजा सकता है वे सड़कों पर आकर यूक्रेन के साथ अपना समर्थन जता रहे हैं।
गाई कहती हैं कि आखिरी बार हम 1941 में जर्मनी के साथ युद्ध लड़े थे और एक बार फिर से उसी प्रोपगेंडा का इस्तेमाल करके रूसी हमारे देश में घुस आए हैं। यह बेतुका है कि, 21वीं सदी में हम अभी भी वही गलतियां कर रहे हैं जिसने 20वीं सदी में दुनिया को लगभग तबाह कर दिया था।
गाई ने कहा कि मैंने अभी एक वीडियो देखा जिसमें एक रूसी टैंक एक कार के ऊपर चढ़ रहा था, जिसके अंदर एक वृद्ध नागरिक था। यह दृश्य मेरे घर के बगल का था।