यूकेन संकटः अब कीव पर कब्जा करने के लिए सीरियाई लड़ाकों की भर्ती कर रहा रूस, रिपोर्ट में खुलासा- 300 डॉलर की पेशकश, जानें
By अनिल शर्मा | Updated: March 7, 2022 08:08 IST2022-03-07T08:02:00+5:302022-03-07T08:08:21+5:30
अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि कुछ सीरियाई पहले से ही रूस में नए हमले की तैयारी कर रहे हैं, जबकि अधिकतर अभी पहुंचने वाले हैं।

यूकेन संकटः अब कीव पर कब्जा करने के लिए सीरियाई लड़ाकों की भर्ती कर रहा रूस, रिपोर्ट में खुलासा- 300 डॉलर की पेशकश, जानें
मॉस्को। रूस हर हाल में अब यूक्रेन के कीव पर कब्जा करना चाहता है। इसके लिए वह सीरियाई लड़ाकों की भर्ती भी कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, शहरी लड़ाइयों में अनुभवी सीरियाई लड़ाकों के साथ रूसी सेना कीव सहित यूक्रेनी शहरों पर नियंत्रण करना चाहती है।
2015 से रूस सीरियाई सरकार को गृहयुद्ध लड़ने में कर रहा मदद
अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि कुछ सीरियाई पहले से ही रूस में नए हमले की तैयारी कर रहे हैं, जबकि अधिकतर अभी पहुंचने वाले हैं। गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच की लड़ाई को 12 दिन हो चुके हैं। सीरियाई सरकार को गृहयुद्ध में लड़ने में मदद करने के लिए रूस 2015 से सीरिया में काम कर रहा है।
युद्ध के और तेज होने की संभावना
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में चार अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अब मॉस्को उम्मीद कर रहा है कि शहरी युद्ध में सीरियाई लोगों की विशेषज्ञता कीव पर कब्जे में मदद कर सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है, "यह कदम यूक्रेन में लड़ाई के संभावित बढ़ने की ओर इशारा करता है।"
सीरियाई लड़ाकों को रूस ने की 200 से 300 डॉलर की पेशकश
रिपोर्ट में कहा गया है, हालांकि अधिकारियों ने यूक्रेन में सीरियाई लड़ाकों की तैनाती, उनकी स्थिति या प्रयास को लेकर कोई भी जानकारी को साझा करने से इनकार किया। उधर, सीरियाई मीडिया ने भी इस भर्ती की खबर दी है। सीरिया के डीयर एजोर में स्थित एक प्रकाशन के अनुसार, रूस ने देश के स्वयंसेवकों को एक बार में छह महीने के लिए "यूक्रेन जाने और गार्ड के रूप में काम करने" के लिए $ 200 (15,354 रुपए) और $ 300 (23,031 रुपए) के बीच की पेशकश की है।
अमेरिकी खुफिया विभाग पहले ही कह चुकी थी ये बात
यूक्रेन पिछले 12 दिनों से रूसी हमलों का सामना कर रहा है। विशेषज्ञ भी आश्चर्यचकित हैं, जिन्हें लगता है कि रूस ने अभी तक यूक्रेन के खिलाफ अपनी सैन्य शक्ति को पूरी तरह से तैनात नहीं किया है। हमले के शुरू होने के बाद से रूसी काफिले को रसद समस्याओं का सामना करना पड़ा। उनके मनोबल भी कमजोर हुए बावजूद वे युद्ध लड़ते रहे। अमेरिकी खुफिया विभाग ने पहले बताया था कि रूस 1,000 और भाड़े के सैनिकों को तैनात करेगा और सबमिशन के लिए शहरों पर बमबारी करेगा।